नई दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को योगोदा सत्संग सोसाइटी (वायएसएस) के शताब्दी समारोह के अवसर पर एक स्मारक टिकट जारी किया और विदेशी धरती पर भारत के आध्यात्म के संदेश के प्रचार-प्रसार के लिए वायएसएस के संस्थापक स्वामी परमहंस योगानंद की सराहना की। प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली में एक समारोह को संबोधित करते हुए खेद प्रकट करते हुए कहा कि कुछ लोग आध्यात्म को धर्म से जोड़ कर देखते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की ताकत उसके आध्यात्म में है।
उन्होंने कहा, “भारत का आध्यात्म उसकी ताकत है, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग आध्यात्म को धर्म से जोड़ कर देखते हैं, जबकि दोनों में काफी फर्क है।”
मोदी ने योग को आध्यात्म का शुरुआती बिंदू बताते हुए लोगों से योग को अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाने को कहा।
उन्होंने कहा, “एक बार जब किसी व्यक्ति का योग में रुझान पैदा हो जाता है और वह उसका अभ्यास करना शुरू कर देता है, तो यह उसकी जिंदगी का हिस्सा बन जाता है।”
You must be logged in to post a comment Login