Connect with us

अन्य ख़बरें

बच्ची से हैवानियत करने वाला हत्यारोपी गिरफ्तार

Published

on

छह दिन तक ढाई सौ पुलिसकर्मियों ने की थी पूरी पड़ताल
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। साहिबाबाद में एक दिसंबर को घर से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुई पांच साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या किए जाने के मामले का गाजियाबाद पुलिस ने आखिरकार बुधवार को खुलासा कर दिया। इस मामले में पुलिस ने नंदग्राम थानाक्षेत्र के आश्रम रोड पर रहने वाले 20 वर्षीय सोनू गुप्ता नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि यह एक स्कूल की छात्रा का पीछा करते हुए उस इलाके में पहुंचा था और वहां बच्ची को अकेला पाकर उसने उसके साथ गलत काम करते हुए, उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले के खुलासे में लगभग ढाई सौ पुलिसकर्मियों की एक लंबी चौड़ी टीम को शामिल किया था। छह दिनों तक चली लंबी जांच, पड़ताल और तफ्तीश में पुलिस ने 150 से ज्यादा सीसीटीवी की फुटेज 60 से ज्यादा संदिग्धों और गाजियाबाद पुलिस के फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट और क्राइम सीन की जांच करने वाले पवन गौतम द्वारा बनाए गए स्क्रैच के जरिए पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिले थे। इस मामले में पुलिस की टीम ने लगभग 8 हजार से ज्यादा मोबाइल फोन नंबर का डाटा लेकर उसको खंगालने का काम किया था। कुल मिलाकर पुलिस की पांच मुख्य टीमों के साथ ही आईपीएस अधिकारी से लेकर डिप्टी कमिश्नर आॅफ पुलिस, कई एसीपी और क्राइम की लंबी चौड़ी टीम द्वारा इसका खुलासा किया गया है। खुलासे की प्रेस कॉन्फ्रेंस डिप्टी कमिश्नर आॅफ ट्रांस हिंडन दीक्षा शर्मा द्वारा की गई। इस दौरान एडीसीपी अपराध महिला ज्ञानेंद्र सिंह, एसीपी साहिबाबाद पूनम मिश्रा, एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र सिंह और एसीपी क्राइम भास्कर वर्मा भी शामिल रहे। साथ ही साहिबाबाद थाना प्रभारी सचिन मलिक और उनकी 22 कर्मचारियों की टीम, जनपद की एसओजी, ट्रांस हिंडन और मुखबिर तंत्र का योगदान पूरे खुलासे में लिया गया।
पुलिस का दावा डीएनए भी कराएंगे मैच और फास्ट्रेक से दिलाएंगे सजा
बच्ची के परिजनों को जब पता चला कि उसकी 5 साल की मासूम बेटी के साथ दुष्कर्म कर हत्या करने वाला आरोपी को पुलिस ने पकड़ लिया है, तो परिवार के लोग ना सिर्फ साहिबाबाद थाने पहुंचे थे बल्कि वह प्रेसवार्ता के स्थान पुलिस लाइन भी पहुंच गए थे। पिता के आंसू थम नहीं रहे थे, वहीं परिवार के अन्य लोगों का पुलिस के अधिकारियों के सामने कहना था कि आरोपी को कम से कम फांसी की सजा तो दिलाई ही जाए।
इस दौरान पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाएगा और कोशिश रहेगी कि पूर्व की भांति इसमें भी जल्द से जल्द पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाए। इस मामले में पुलिस ने बच्ची और आरोपी का डीएनए टेस्ट भी कराए जाने की अनुमति ले ली है ताकि किसी भी तरीके के सबूतों को दरकिनार ना किया जा सके। वहीं इस मामले में खास बात यह है कि आरोपी के उन कपड़ों को भी बरामद किया गया है, जिसमें बच्ची के खून के धब्बों के निशान मिले हैं।
आॅटो चालक, नशेड़ी और आसपास के संदिग्ध आए थे रडार पर
पुलिस के बेहद करीबी सूत्रों ने बताया है कि न्यू करहैड़ा इलाके से बच्ची के अपहरण के बाद उसके साथ दुष्कर्म फिर हत्या की सनसनीखेज घटना पुलिस के लिए खोलना किसी चुनौती से कम नहीं था। इस पूरे खुलासे के लिए पुलिस ने जहां इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद दी थी, तो वहीं सीसीटीवी और पुलिस एक्सपर्ट द्वारा तैयार किया गया स्कै च भी बेहद मददगार रहा है। वहीं पुलिस के सूत्र बता रहे हैं कि इस मामले में आधा दर्जन से ज्यादा आॅटो चालक, बस चालक और नशा करने वाले ऐसे संदिग्ध लोगों को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की थी जो उस इलाके के आसपास सक्रिय रहते थे। वहीं सिटी फॉरेस्ट पार्क और उस मार्ग पर लगे 16 कैमरों की फुटेज भी पुलिस ने दिन रात खंगाली थी।

अन्य ख़बरें

बार एसोसिएशन चुनाव: तारीख को लेकर संशय बरकरार

Published

on

फरवरी के प्रथम सप्ताह में चुनाव होने की अटकले तेज
वर्तमान कार्यकारिणी ने चुनाव को लेकर उत्पन्न विवाद में बार काउंसिल आॅफ इंडिया का खटखटाया दरवाजा
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। बार एसोसिएशन चुनाव को लेकर वर्तमान कार्यकारिणी और वरिष्ठ अधिवक्ताओं के बीच पैदा हुए विवाद के चलते चुनाव स्थिगित वाले मोड़ में आ गये हैं। तारीख को लेकर कोई स्पष्ट स्थिति नहीं बनी है और वर्तमान बार कार्यकारिणी ने अब बार काउंसिल आॅफ इंडिया का दरवाजा खटखटा दिया है। विवाद के चलते अभी तक ये भी तय नहीं हो पाया है कि बार एसोसिएशन का चुनाव 25-15 या फिर 20-10 वाले पैटर्न पर होगा या फिर नहीं। फिलहाल कचहरी परिसर में अटकले तेज हो गई हैं कि बार एसोसिएशन का चुनाव फरवरी माह के प्रथम सप्ताह में सम्पन्न कराया जा सकता है।
बता दें कि बार एसोसिएशन चुनाव को लेकर कई बार विरोधात्तक स्थिति देखने को मिल चुकी है। कभी एल्डर कमेटी का विवाद सामने आया है तो कभी अध्यक्ष एवं सचिव के उम्र वाले पैटर्न पर विवाद खड़ा हो चुका है। एल्डर कमेटी को लेकर सहमति बनना बताया जा रहा है कि राम अवतार गुप्ता की एल्डर कमेटी के नेतृत्व में चुनाव सम्पन्न कराया जायेगा। लेकिन अभी तक उम्र वाले पैटर्न को लेकर विवाद बना हुआ है। बताया जा रहा है कि चुनाव में हुए विवाद को लेकर वर्तमान बार कार्यकारिणी ने बार काउंसिल आॅफ इंडिया का दरवाजा खटखटा दिया है।
20-10 वाले पैटर्न में इन दावेदारों की दावेदारियां हैं प्रमुख
अभी हाल में बार एसोसिएशन चुनाव को लेकर अध्यक्ष के लिए 20 वर्ष एवं सचिव के लिए 10 वर्ष का अनुभव तय किया गया था। उक्त उम्र व्यवस्था के चलते अध्यक्ष पद के लिए तीन दावेदार जिसमें पूर्व अध्यक्ष रहे राकेश त्यागी काकड़ा, पूर्व अध्यक्ष राकेश त्यागी कैली और पूर्व में सचिव रहे दीपक शर्मा की दावेदारियां प्रबल थी। वहीं सचिव पद के लिए पांच अधिवक्ताओं की ओर से दावेदारियां की गई थी। सचिव पद के लिए स्नेह त्यागी, विनित शर्मा, अमित नेहरा, हरेंद्र गौतम, लोकेश कुमार आदि के नाम प्रमुख बताये जा रहे हैं। अब देखना होगा कि बार चुनाव में किस उम्र के पैटर्न को बार काउंसिल आॅफ इंडिया परमिशन देगा।
2500 अधिवक्ताओं की
लिस्ट हो चुकी है तैयार
बार एसोसिएशन चुनाव में अभी तक 2500 अधिवक्ता मतदाताओं की सूची तैयार कर ली गई है। चंूकि चुनाव स्थिगित हो गये हैं लिहाजा एक बार फिर से मतदाता अधिवक्ताओं की सूची को संशोधित करने का काम किया जायेगा। बताया जा रहा है कि संशोधित मतदाता अधिवक्ताओं की सूची में करीब 300 अधिवक्ताओं के नाम ओर शामिल किये जा सकते हैं।
पंजीकृत या फिर सीओपी धारक ही कर सकेंगे बार चुनाव में मतदान
बार एसोसिएशन की तरफ से चुनाव को लेकर पूर्व में ही घोषणा की गई थी कि चुनाव में पंजीकृत अधिवक्ता या फिर सीओपी धारक ही मतदान में हिस्सा ले सकेंगे। बार काउंसिल आॅफ उत्तर प्रदेश से सबंद्ध अधिवक्ता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेगा। बार चुनाव की गाइड लाइन में उक्त को प्रमुखता से लागू किया जायेगा।

Continue Reading

अन्य ख़बरें

गंगाजल की धारा ले लेगी गाजियाबाद की ओर मोड़

Published

on

यदि जीडीए और नगर निगम उपलब्ध करा दें 442 करोड़
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। आबादी के साथ बुनियादी जरूरतें भी बढ़ रही हैं और इनमें से एक सबसे बड़ी जरूरत पानी की है। दिल्ली से सटे गाजियाबाद में आबादी का अनुपात बढ़ा है और इसी अनुपात में पानी की जरूरत भी बढ़ी है। यहां पानी की जरूरत को कैसे मैनेज किया जायेगा, इसे लेकर जिलाधिकारी गाजियाबाद आरके सिंह ने कई विभागों को साथ लेकर बैठक की। इस बैठक में मुख्य विषय यही था कि ऊपरी गंगा नहर प्रणाली से गाजियाबाद नगर निगम को 100 क्यूसेक कच्चा जल उपलब्ध कराया जाये। यहां पर जल निगम के अधिक्षण अभियंता ने अवगत कराया कि 250 क्यूसेक पानी की जरूरत है और इस जरूरत के सापेक्ष सिंचाई विभाग ऊपरी गंगा नहर प्रणाली द्वारा 100 क्यूसेक जल उपलब्ध कराया जा सकता है। यहां पर जब डीएम राकेश कुमार सिंह ने जल की उपलब्धता को लेकर सवाल किया तो सिंचाई निर्माण खंड के अधिशासी अभियंता संजय सिंह जादौन ने बताया कि यह एक नीतिगत मामला है और इस पर शासन की अनुमति से ही जल उपलब्ध कराया जा सकता है। इसके लिए 442.38 करोड़ की परियोजना तैयार कर स्वीकृति के लिए भेजी गयी थी। परियोजना पर होने वाले इस खर्च को जीडीए तथा नगर निगम द्वारा किया जाना है। इन्हीं दोनो विभागों को इस परियोजना पर होने वाले इस खर्च को देना है। यदि जीडीए और नगर निगम इस धन की व्यवस्था कर देंगे तो ऊपरी गंग नहर प्रणाली से 100 क्यूसेक कच्चा जल गाजियाबाद को दिया जा सकता है।
अधिशासी अभियंता बोले हमने दिये थे सुझाव नहीं मिले आदेश
गाजियाबाद की आने वाली सबसे बड़ी जरूरत यहां का भू जल है। जल की आपूर्ति के लिए नहरों और अन्य साधनों से भी जल चाहिए। जल को लेकर बुधवार को कलेक्ट्रेट में डीएम की अध्यक्षता में बैठक हुई। इस बैठक में पानी की उपलब्धता को लेकर और पानी की बचत को लेकर सभी विभागों के अधिकारियों ने अपनी राय रखी। इस बैठक में सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता मेरठ नीरज कुमार लांबा ने बताया कि गंगा नहर प्रणाली के अंतर्गत नहरों की लाईनिंग करके पानी की बचत की जा सकती है। लेकिन उच्च अधिकारियों
द्वारा नहरों की लाईनिंग कराये जाने के विषय में कोई आदेश प्राप्त नहीं हुए हैं।

Continue Reading

अन्य ख़बरें

लखनऊ वाली बैठक से निकले हैं कई संदेश, निगम चुनाव में नहीं मिलेगी परिवारवाद को तवज्जो और कार्यकर्ताओं पर रहेगा फोकस

Published

on

वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)

गाजियाबाद। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सोमवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय पर जो बैठक हुई उस बैठक से संदेश राष्टÑ से लेकर प्रदेश और क्षेत्र ये लेकर जिले तक आ रहे है। सूत्र बताते हैं कि बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई लेकिन यहां फोकस में लोकसभा चुनाव और निगम चुनाव रहे है। बैठक कई दौर में हुई। इस बैठक में प्रदेश प्रभारी से लेकर मोर्चों के अध्यक्ष भी शामिल रहे है। क्षेत्रीय पदाधिकारी भी मौजूद थे और कई दौर की इस बैठक में राष्टÑीय महामंत्री बीएल संतोष और उत्तर प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह भी थे।
प्रदेश संगठन के सभी पदाधिकारी थे और सूत्र बता रहे हैं कि यहां पर साफ कर दिया गया है कि नेतृत्व के विकास में परिवारवाद के लिए कोई जगह नहीं होगी। भ्रष्टाचार और लालच के लिए कोई जगह नहीं होगी। कार्यकर्ता काम कर रहे है, उन्हें आगे लाना प्रथम प्राथमिकता है। यदि ऐसा होगा तभी एक सक्षम संदेश कार्यकर्ताओं के बीच जाएगा।
सरकार और संगठन के बीच समन्वय होना बहुत जरूरी
लखनऊ वाली बैठक में जब भाजपा के सारे कर्णधार नेता एकसाथ बैठे तो चिंतन-मनन केवल चुनाव पर ही नहीं हुआ बल्कि सरकार और संगठन को लेकर भी विचार रखे गए। बताया जाता है कि यहां स्पष्ट किया गया कि सरकार और संगठन के बीच समन्वय होना बहुत जरूरी है। क्योंकि जब सरकार और संगठन के बीच समन्वय होता है तभी पार्टी मजबूत होती है। तभी पार्टी की शक्ति बढ़ती है।
मोर्चों के अध्यक्ष विशेष रूप
से संकल्प पत्र पर दे ध्यान
लखनऊ वाली बैठक में केवल संगठन ही नहीं बल्कि फ्रंटल संगठन की कार्यशैली को लेकर भी चर्चा हुई। मोर्चों को विशेष रूप से अहम माना गया है और यह कहा गया कि किसान मोर्चा, ओबीसी मोर्चा और अल्पसंख्यक मोर्चा सहित सभी मोर्चों के अध्यक्षों को पार्टी के संकल्प पत्र के हर बिंदु पर ध्यान देना है। जो भी बिंदु उनके मोर्चे से संबंधित है उस पर काम करना है। दायित्व केवल दिखावे के लिए न लें। जो भी दायित्व ले उस पर काम करें।
नए चेहरों के साथ सभी समाज को मिले समान प्रतिनिधित्व
उत्तर प्रदेश भाजपा की मैराथन बैठक में 2024 का चुनाव रहा है और साथ ही निगम के चुनाव पर भी फोकस रहा है। निगम चुनाव को लेकर कहा गया है कि यदि रिजल्ट यहीं ठीक नहीं रहा तो फिर 2024 में मजबूती से चुनाव कैसे लड़ेंगे।
बैठक में युवाओं को आगे लाने की बात कही गई है और नए चेहरों के साथ नई लीडरशिप विकसित होने का सीन बन रहा है। यहां पर ये भी तय किया गया है कि भले ही किसी समाज की वोट कम हैं लेकिन हर समाज को संगठन से लेकर सरकार तक प्रतिनिधित्व मिलें। इस तरह से स्वरूप तैयार हो कि हर समाज के लोग भाजपा के साथ समाज की विकास यात्रा में मुख्यधारा में साथ रहे।

Continue Reading

Trending

%d bloggers like this: