बीजिंग। द्वितीय विश्वयुद्ध की समाप्ति और फासीवादी ताकतों के खिलाफ जंग में जीत की स्मृति में तीन सितंबर को बीजिंग में आयोजित विजय दिवस परेड में हिस्सा लेने के लिए चीन ने विदेशी सैनिकों को आमंत्रित किया है।(beijing victory day celebration news) विदेशी सैनिकों का कहना है कि उनके लिए यह सम्मान की बात है। जापान के आक्रमण के खिलाफ चीन की विजय की 70वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में चीन तीन सितंबर को राजधानी बीजिंग के तिएन आनमेन चौक पर सैनिकों की परेड आयोजित कर रहा है। यह पहला मौका है, जब चीन द्वितीय विश्वयुद्ध की समाप्ति की यादगार इतने बड़े पैमाने पर सैन्य परेड के आयोजन के साथ मना रहा है और पहली बार विजय दिवस परेड में हिस्सा लेने के लिए विदेशी सैनिकों को आमंत्रित किया गया है।
कजाकिस्तान सशस्त्र बलों की तीन सेवाओं के गार्ड ऑफ ऑनर टुकड़ी के कमांडर मस्कद बेझिगितोव ने कहा कि विजय दिवस परेड में हिस्सा लेना कजाकिस्तान के सैनिकों के लिए सम्मान की बात है।
उन्होंने कहा कि तीन सितंबर का दिन चीन और कजाकिस्तान दोनों देशों की जनता के लिए उत्सव का दिन है। उन्होंने कहा, “हमारे पुरखों ने साथ मिलकर फासीवाद के खिलाफ जंग लड़ी थी।”
सेक्रेटेरियट ऑफ द मेक्सिकन नेवी जनरल कॉर्प्स के कप्तान एवं चीन जाने वली नौसेना एवं थल सेना टुकड़ी के कमांडर जोस कार्लोस लुना लोएजा ने कहा कि यह उनके लिए बेहद सम्मान की बात है कि मेक्सिको की सैन्य टुकड़ी को पहली बार विजय दिवस परेड में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।
रूस-चीन मैत्री संगठन के पहले उपाध्यक्ष गैलिना कुलिकोवा ने पूर्व में विजय दिवस समारोह की महत्ता पर जोर देते हुए कहा था कि इससे रूस-चीन के युवाओं को इतिहास की जानकारी मिलेगी और उनके बीच संबंध प्रगाढ़ बनेंग। साथ ही यह आयोजन विश्व शांति के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान होगा।
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