ग्रेटर नोएडा समाचार: यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो और इंडियन मोटोजीपी के आयोजन के बाद, नोएडा एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे पर लगभग 50,000 वाहनों का दबाव था। रविवार को करीब 2 लाख वाहनों ने रास्ता जाम किया, लेकिन ट्रैफिक पुलिस ने कहीं भी जाम नहीं होने दिया। इस उपलब्धि के लिए नोएडा ट्रैफिक पुलिस की सराहना की जा रही है।
2 लाख से अधिक वाहनों ने दोनों इंटरनेशनल प्रोग्राम में भाग लिया
नोएडा ट्रैफिक पुलिस के एसीपी सौरभ श्रीवास्तव ने ट्राईसिटी टुडे से बातचीत की। सौरभ श्रीवास्तव ने बताया, “यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो और इंडियन मोटोजीपी के लिए 600 ट्रैफिक पुलिस के जवान तैनात किए गए। इसके अलावा, करीब 600 मार्शल भी तैनात किए गए। दोनों कार्यक्रमों के आयोजन से करीब 10 दिन पहले से जिले में पुलिस की मीटिंग शुरू हो गई थी। इंटरनेशनल कार्यक्रमों के चारों ओर पुलिस की व्यवस्था बढ़ी थी, और हर जगह पुलिस ने जांच की है। पिछले 10 दिनों से लगातार मीटिंग चल रही थी और बेहतर ट्रैफिक व्यवस्था को बनाने की योजना तैयार की जा रही थी। इसके परिणामस्वरूप, कार्यक्रम सफल रहा।”
नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे पर 50,000 से अधिक वाहनों का दबाव था
एसीपी सौरभ श्रीवास्तव ने ट्राईसिटी टुडे से बातचीत करते हुए कहा, “इंडियन मोटोजीपी के दौरान कहीं भी जाम की स्थिति पैदा नहीं हुई। अगर कहीं पर वाहनों का दबाव अधिक होता तो ट्रैफिक पुलिस के जवान तत्काल सामान्य करवाते। रविवार को छुट्टी और मोटोजीपी का अंतिम दिन होने की वजह से नोएडा एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे पर 50,000 से अधिक वाहनों का दबाव बढ़ गया, लेकिन सबकी मेहनत से कहीं भी जाम नहीं लगा और सामान्य रहा।”
5,000 से अधिक पुलिसकर्मी दोनों कार्यक्रमों में तैनात थे
रविवार को छुट्टी के दिन उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो को देखने के लिए करीब 80,000 लोग पहुंचे। वाहनों का दबाव अधिक था, लेकिन उसके बावजूद भी कहीं पर जाम नहीं लगने दिया। इन दोनों कार्यक्रमों के लिए 5,000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात थे। कई जवान बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट और एक्सपो मार्ट के अंदर तैनात थे, जबकि करीब 1200 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी बाहर सड़कों पर थी।
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