बेंगलुरु के वन बेडरूम फ्लैट में बुना गया एक अद्भुत जाल, जिसमें उत्तर प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, और तेलंगाना के सीधे-साधे लोग फंसे थे। सिर्फ एक बेडरूम के फ्लैट से 854 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले दो सॉफ्टवेयर इंजीनियरों का खुलासा। यह स्कैम पुलिस को हैरानी में डाल दी है।
854 करोड़ रुपये का स्कैम, सिर्फ 2 साल में।
इस आश्चर्यजनक कहानी की शुरुआत 36 साल के सॉफ्टवेयर इंजीनियर, मनोज श्रीनिवास ने की और 33 साल के एमबीए लड़के, फणींद्र के ने। इन दोनों ने बेंगलुरु के येलहंका इलाके में एक बेडरूम वाला फ्लैट किराए पर लिया। उन्होंने एक निजी कंपनी खोली। इसके बाद उन्होंने इस कंपनी के लिए कुछ लोगों को रखा काम पर।
एक कमरे में बैठकर 5 हजार लोगों से लूटे करोड़ों रुपये
आप सोच रहे होंगे, इसमें क्या खास बात है, लेकिन आगे पढ़ें, और देखें कैसे इनके दिमाग में कुछ और चल रहा था। इसके बाद, वो 8 फोन ले लिए और उन्होंने एक फ्लैट को कॉल सेंटर में तब्दील किया। अब, वो सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके अपने कंपनी का प्रचार करने लगे। उन्होंने लोगों को खींचने के लिए सोशल मीडिया पर अपनी कंपनी के नाम से विज्ञापन शुरू किए। उनके विज्ञापन में, वो कम पैसों में ज्यादा रिटर्न देने का वादा करते थे।
सोशल मीडिया के जरिए हुई धोखाधड़ी
विज्ञापन तैयार किया गया, जिसमें लोगों को आकर्षित करने के लिए कई नंबर्स शामिल थे। इससे लोगों को विश्वास होता था कि यह कंपनी आपके पैसे को बढ़ावा देगी। विज्ञापन में यह वादा किया गया कि कम पैसों में ज्यादा रिटर्न मिलेगा। इन्होंने अपना नेटवर्क पूरे देशभर में तैयार किया। जो लोग फोन करते, वो उनके कॉल सेंटर पहुंचते, और वहां उनके किए हुए लोग उन लोगों को कंपनी में निवेश करने के फायदे बताते।
84 बैंक अकाउंटों में जाने वाले पैसे
दो साल तक, इन लोगों ने इसी तरीके से लोगों से पैसे जमा किए। उनका नेटवर्क पूरे कर्नाटक में फैला हुआ था। वे अन्य राज्यों में भी अच्छे से फैल गए थे। उन्होंने 84 बैंक खातों खोले थे अवैध नामों से, जिनमें से वे लोगों से पैसे वसूल रहे थे। ज्यादा पैसे के लालच में लोग उनकी कंपनी में फंस जाते थे।
एक लड़की की शिकायत पर शुरू हुई जांच
इसी दौरान, सितंबर महीने में, एक लड़की ने इस कंपनी के खिलाफ एक केस दर्ज करवाया। उससे साढ़े आठ लाख रुपये लिए गए थे। यह लड़की बताई कि इस कंपनी ने उसके साथ व्हाट्सऐप ग्रुप के माध्यम से संपर्क किया। इसके बाद उन्होंने उसे ज्यादा रिटर्न पर जाने का वादा किया। जब लड़की ने शिकायत की, तो पुलिस ने इस कंपनी के खिलाफ जांच की शुरुआत की। इस जांच में, जो खुलासे सामने आए, उन्होंने पुलिस को भी हैरान कर दिया।
फर्जी कंपनी का नेटवर्क देशभर में फैला
यह कंपनी देशभर में 5103 लोगों को जोड़ चुकी थी और उनसे इन्वेस्टमेंट के नाम पर पैसे लूट रही थी। इस सारे घोटाले को 84 बैंक अकाउंटों के माध्यम से चलाया जा रहा था। पुलिस ने जांच की और पता चला कि कर्नाटक में 417 लोगों, तेलंगाना में 719, गुजरात में 642, और उत्तर प्रदेश में भी 505 लोगों के अकाउंट से पैसे लूटे गए थे। देशभर के कई अन्य स्थानों से भी लोग इस घोटाले में फंसे और इन्हें लाखों रुपये दे चुके थे। इस बड़े घोटाले की कुल राशि 854 करोड़ रुपये थी। पुलिस ने अब इन दोनों लड़कों को गिरफ्तार किया है, और इनकी मदद करने वाले और भी 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।