वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)
गाजियाबाद। करंट क्राइम हमेशा से मुददों को उठाता है और सवाल का कनेक्शन हमेशा सिचुएशन से जुड़ा होता है। मौका भी हो और दस्तूर भी हो तो फिर मुददा मिल ही जाता है। करंट क्राइम खबर की तह तक जाता है और अपने पाठकों के लिए नेताओं से लेकर अफसर तक के मन की बात को खबरी मर्यादा के साथ लेकर आता है। बुधवार को भाजपा महानगर कार्यालय पर करंट क्राइम के सवाल पर गजब का नजारा दिखाई दिया। अफसरों की कार्यशैली को लेकर मोर्चा खोलने वाले भाजपा के जनप्रतिनिधि ही जिले में तैनात एक आईएएस अफसर की हिमायत में खुलकर आ गये। ये अफसर कोई और नहीं बल्कि नगरायुक्त आईएएस महेन्द्र सिंह तंवर हैं। बुधवार को सत्ताधारी दल के संगठन वाले दफ्तर पर पार्षद और एक दूसरे के प्रत्यक्ष थे। संगठन के पदाधिकारी भी इस बात के चश्मदीद थे और यहां पर करंट क्राइम ने पार्षदों और संगठन के समक्ष मुददा सवाल के रूप में रखा और यहां तरकस से तीर ये निकला कि यदि सौ पार्षदों वाले और मेयर वाले सदन से निकले किसी प्रस्ताव को सदन रिजेक्ट करेगा और शासन उसपर रियेक्ट करते हुए उसी प्रस्ताव को सलेक्ट कर देगा तो फिर सदन का मयार क्या रह गया, बोर्ड बैठक के मायने क्या रह गये। यहां पर निगम की दुकानों के बढ़े किराये से लेकर हाउस टैक्स की बात हुई। कमाल ये हुआ कि नगरायुक्त के फैसले को सही बताते हुए भाजपा के संगठन पदाधिकारियों से लेकर निगम के पार्षद आमने सामने आ गये। भाजपा के पार्षदों ने नगरायुक्त के पक्ष में जमकर समर्थन वाली बैटिंग की। जिस भाजपा नेता ने नगरायुक्त की कार्यशैली को लेकर शूल जैसी बात कही थी उस भाजपा नेता को ही भाजपा के पार्षदों ने घेर लिया। नगर निगम के नामित पार्षदों से लेकर भाजपा के निर्वाचित पार्षदों ने नगरायुक्त के पक्ष में एकजुट होकर समर्थन वाली राय रखी।
पार्षद थे इतने होशियार तो क्यों चले गये थे बैठक से बाहर
हाउस टैक्स के मुददे को लेकर ही भाजपा के पार्षद नगरायुक्त के पक्ष में खड़े दिखाई दिये। यहां पर नामित पार्षद सुरेन्द्र नागर ने मोर्चा संभाला और उन्होंने कहा कि हम हाउस टैक्स बढ़ोत्तरी को लेकर निगम के सदन से ही पूछना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि बोर्ड बैठक के दूसरे सेशन में केवल बीस से 25 पार्षद आये। प्रस्ताव पार्षदों की सहमति से तैयार होता है और पार्षदों की असहमति से रिजेक्ट होता है। जब पार्षद इतने ही होशियार थे तो वो बैठक से बाहर क्यों चले गये थे।
जिनकी जुबान पर रहती है हार्ड उन्होंने भी पक्ष में दिखाया हार्ट
(करंट क्राइम)। भगवा चाचा के नाम से मशहूर नामित पार्षद की वॉईस को लेकर बीप बीप वाली टोन का जिक्र जरूर होता है। वो दल के प्रति वफादार हैं दिल से साथ रहते हैं बस जुबान ही कई बार शब्दों के उफान पर आ जाती है। लेकिन जब भगवा दफ्तर में नगरायुक्त की कार्यशैली पर बात आई तो यहां नामित पार्षद ने भी समर्थन में ताली बजाई। उन्होंने कहा कि नगर निगम में कई चीजें पहले से अधिक सही हुई हैं।
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