उत्तर प्रदेश के अयोध्या में नाबालिग युवती के साथ दुष्कर्म के मामले ने बड़ा विवाद खड़ा हो गया है, आरोपी सपा नेता मोईद खान की बेकरी को आज सील कर दी गई है, और उसका लाइसेंस रद्द कर दिया गया है। मोईद खान पर आरोप है कि उसने नाबालिग लड़की को नौकरी का झांसा देकर दो महीने तक उसके साथ दुष्कर्म किया और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। शिकायत के अनुसार, मोईद ने लड़की को पापड़, बिस्किट और अन्य लालच देकर अपनी बेकरी में बुलाया, जहां उसने नशीली दवा का सेवन कराकर उसके साथ दुष्कर्म किया। मोईद के कर्मचारी ने लड़की का अश्लील वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया।
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब नाबालिग को पेट में दर्द हुआ और मेडिकल जांच में पता चला कि वह गर्भवती है। आरोपी मोईद खान समाजवादी पार्टी (सपा) का नेता और अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद का करीबी सहयोगी है। वह भदरसा नगर का सपा अध्यक्ष भी है। मोईद और उसके कर्मचारी को 30 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया गया था। अब प्रशासन ने मोईद की संपत्तियों पर बुलडोजर चलाने की तैयारी की है। बेकरी के सामान के सैंपल भी लिए गए हैं और मोईद पर तालाब और सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा करने का आरोप भी है।
सपा इस मामले में बैकफुट पर है और अखिलेश यादव की चुप्पी को लेकर सवाल उठ रहे हैं। मोईद पर 29 जुलाई को मुकदमा दर्ज हुआ और उसकी गिरफ्तारी 30 जुलाई को हुई, लेकिन सपा ने अब तक उसे पद से नहीं हटाया। इस चुप्पी को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने सपा पर हमला किया और कहा कि मोईद सपा का सक्रिय सदस्य है। निषाद पार्टी और पूर्व कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने भी सपा की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। सांसद अवधेश प्रसाद ने इस मुद्दे पर अपनी अनभिज्ञता जताई है।