नई दिल्ली| साल 2011 की जनगणना के आंकड़ों से यह खुलासा हुआ कि भारत की कुल आबादी का 79.8 फीसदी हिस्सा हिंदू, जबकि 14.2 फीसदी मुसलमान हैं, साथ ही हिंदुओं तथा कुल आबादी के अनुपात में 0.7 फीसदी की गिरावट आई है। (2015 census hindu muslim population) महापंजीयक व जनगणना आयुक्त द्वारा मंगलवार को पेश किए गए आंकड़ों के मुताबिक, साल 2001 से लेकर 2011 के दौरान मुसलमानों की जनसंख्या वृद्धि दर सर्वाधिक 24.6 रही, वहीं हिंदुओं की 16.8 फीसदी, ईसाइयों की 15.5 फीसदी, बोद्धों की 6.1 फीसदी तथा जैन की 5.4 फीसदी रही।
जनसंख्या का समग्र विकास दर 17.7 फीसदी रहा।
साल 2011 की जनगणना के मुताबिक, कुल आबादी में 96.63 करोड़ हिंदू (79.8 फीसदी), 17.22 करोड़ मुसलमान (14.2 फीसदी), 2.78 करोड़ ईसाई (2.3 फीसदी), 2.08 करोड़ सिख (1.7 फीसदी), 0.84 करोड़ बौद्ध (0.7 फीसदी), 0.45 करोड़ जैन (0.4 फीसदी) तथा 0.79 करोड़ अन्य धर्मो व धारणाओं (0.7 फीसदी) के लोग हैं।
आंकड़ों में यह बात भी सामने आई है कि 0.29 करोड़ आबादी ने अपना धर्म नहीं बताया।
गृह मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के मुताबिक, साल 2011 की जनगणना के मुताबिक, मुसलमानों व कुल आबादी के अनुपात में 0.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि ईसाई व जैन समुदाय की आबादी में उल्लेखनीय बढ़ोतरी नहीं देखी गई है।
विज्ञप्ति के मुताबिक, “साल 2001 से 2011 के दौरान हिंदुओं व कुल आबादी के अनुपात में 0.7 फीसदी की कमी हुई है, सिखों व कुल आबादी के अनुपात में 0.2 फीसदी की कमी जबकि बौद्धों तथा कुल आबादी के अनुपात में 0.1 फीसदी की कमी दर्ज की गई है।”
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