नई दिल्ली| कांग्रेस के 25 सांसदों को पांच दिन के लिए सदन से निलंबित करने को लोकसभा अध्यक्ष ने मजबूरी में उठाया कदम बताया है। (parliament hindi news) उन्होंने कहा है कि बार-बार आग्रह और चेतावनी के बावजूद कांग्रेस के सांसद मान नहीं रहे थे। ऐसे में उन्हें यह कड़ा कदम उठाना पड़ा। महाजन ने संवाददाताओं से कहा कि यह उनका कर्तव्य है कि वह सदन को सुचारु रूप से चलाएं। उन्होंने कहा, “मैंने सदन को चलाने के लिए अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ी लेकिन ऐसा हो नहीं सका। मैं सुबह से ही इन सांसदों को चेतावनी दे रही थी कि मैं कड़ा कदम उठा सकती हूं लेकिन उन पर कोई असर नहीं पड़ा। इन सांसदों ने उन्हें तख्तियों के पीछे कर और सदन से छिपाकर सभी सीमा लांघ दी।”
महाजन ने कहा कि बीते हफ्ते सर्वदलीय बैठक में उन्होंने सांसदों से आग्रह किया था कि वे सदन में प्लेकार्ड लेकर न आएं और उनके आसन के पास आकर प्रदर्शन न करें।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, “मैं कड़ा कदम उठाने पर मजबूर हुई। प्रदर्शन के तौर तरीके होते हैं। मैंने जो भी किया, सदन के भले के लिए किया। नियमों का कोई अर्थ होता है। ये न तो आज बने हैं और न मैंने बनाए हैं।”
महाजन से पूछा गया कि इस तरह का प्रदर्शन तो पहले भी होता रहा है। उनका जवाब था कि अगर अतीत में नियमों का पालन नहीं किया गया तो इसका मतलब यह नहीं है कि इस पर भविष्य में भी अमल नहीं होगा।
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