Connect with us

उत्तर प्रदेश

सपा, बसपा और कांग्रेस की कम अंतर से जीती सीटों पर भाजपा की पैनी नजरें

Published

on

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बिगुल बज चुका है। 10 फरवरी से पहले चरण का मतदान होगा। इसके लिए सभी राजनीतिक दलों की सेना तैयार हैं। भाजपा ने सत्ता पर फिर से दावा बरकरार रखने के लिए सपा, बसपा और कांग्रेस से कम अंतर से हारी सीटों के लिए खास रणनीति बनाकर उन पर पैनी नजर गड़ा रखी है। भाजपा ने पहले ही ऐसे खास क्षेत्रों में प्रभारी नियुक्त कर हर समीकरण साधने की कोशिश की रणनीति तैयार कर ली थी। इस रणनीति में उन सीटों पर खास फोकस किया गया, जहां पार्टी पांच हजार से कम मतों के अंतर से हारी थी। ऐसी सीटों पर सांसदों के साथ निगम, आयोग और बोडरें के अध्यक्षों को जिम्मेदारी दी गयी है। प्रभारियों की तैनाती में जातीय समीकरणों को तवज्जो दिया गया। प्रभारियों को हर महीने सीटों का दौरा कर वहां विशेष योजना बनी है। सरकार और संगठन की रिपोर्ट के आधार पर पार्टी ने वहां काम शुरू किया।

इन विधानसभा क्षेत्रों में प्रवासी कार्यकर्ता, वरिष्ठ प्रचारक सोशल मीडिया के विशेषज्ञ प्रवास कर रहे हैं और भाजपा का माहौल बनाने में जुटे हैं।
सपा, बसपा और कांग्रेस ने जिन सीटों पर एक हजार से लेकर पांच या 10 हजार के अंतर से जीत हासिल की थी, उन सभी सीटों पर अपना वर्चस्व बनाने के लिए भाजपा ने विशेष योजना की है। खासकर पश्चिम यूपी की कैराना सीट, जहां वर्ष 2017 के चुनावों में भाजपा दूसरे नम्बर पर थी और मात्र 21162 वोटों से पीछे रह गई थी। यहां माफियाराज और गुंडागर्दी के खात्मे जैसे मुद्दों पर जोर दिया जा रहा है। इस सीट से मृगांका सिंह को पूरी मजबूती के साथ भाजपा ने मैदान में उतारा है।
इसी तरह से मेरठ में सपा के रफीक अंसारी के खिलाफ चुनाव लड़े भाजपा के डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेई 28769 वोटों से पिछड़ गये थे। वहां से इस बार भाजपा ने कद्दावर कमल दत्त शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। इसी तरह से जिन विधानसभा क्षेत्रों में पांच हजार से अधिक के मार्जिन से भाजपा विपक्षी पार्टियों से पीछे रह गई थी वहां भी भाजपा का प्रदेश नेतृत्व विशेष ध्यान दे रहा है। सहारनपुर में 2017 में भाजपा के प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहे थे और अंतिम राउंड की मतगणना में 4636 वोटों से सपा प्रत्याशी ने जीत हासिल की थी। इस बार वहां से भाजपा ने राजीव गुम्बर पर अपना दांव लगाया है। इसी प्रकार नजीबाबाब में जहां भाजपा के राजीव कुमार अग्रवाल मात्र 2002 वोटों से पीछे रहे गये थे, वहां से इस बार पार्टी ने कुंवर भारतेन्दु सिंह को आजमाया है।
महमूदाबाद सीट पर भाजपा नें जीत हासिल करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। पिछली बार यहां भाजपा दूसरे नंबर पर रही थी और हार का अंतर केवल 1906 वोट था। इसी प्रकार कम अंतर वाली सभी सीटों पर भाजपा ने अलग रणनीति बनाई है। ऊंचाहार की सीट से भी भाजपा ने अलग रणनीति बनाई है। यहां से उत्कृष्ट मौर्य 1934 वोटों से अंतिम राउंड में पिछड़ गये थे। कन्नौज में भाजपा विपक्षी दलों के प्रत्याशी को शिकस्त देने के लिए जी-जान से जुटी है। पिछले चुनावों में यहां भाजपा के बनवारी लाल दोहरे मात्र 2454 वोटों से जीत हासिल नहीं कर पाए थे। इस बार इस सीट को अपने खेमे में लाने की भरपूर तैयारी भाजपा कर रही है।
बसपा की जीती हुई विधानसभा सीटों के लिए भाजपा ने अलग तैयारी की है। बसपा कार्यकाल से भाजपा सरकार में कराए गए विकास कार्यों को जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है। इसके अलावा दलितों के लिए हुए कार्यों का बखान हो रहा है। जलालपुर, रसारा, धौलना, प्रतापपुर, चिल्लूपार और लालगंज सीटें प्रमुख हैं, यहां पर भाजपा नम्बर दो की लड़ाई में रही है।
भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता ने बताया कि इन सभी सीटों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डॉ. दिनेश शर्मा और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने अगस्त से दिसंबर 2021 के बीच यहां सभाएं कीं। इन क्षेत्रों की समस्याओं के समाधान और विकास पर जोर दिया गया। एक-एक विधानसभा क्षेत्र में 500 से 700 करोड़ रुपये तक की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास कर चुके हैं। इन सीटों पर लाभार्थियों से संपर्क को बढ़ाया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश

साल 2023 में 55 थानों वाला हो जाएगा पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद!

Published

on

35 से अधिक एसीपी स्तर के अधिकारियों को भी मिलेगी तैनाती
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम को मजबूत और पहले से अधिक क्रियाशील बनाने के लिए साल 2023 के अंत तक गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत 55 थानों को चालू कर दिया जाएगा। वर्तमान में गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत 23 थाने बने हुए हैं, जबकि 10 नए थानों को जल्द शुरू करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जा चुका है।
वहीं पुलिस के बेहद करीबी सूत्र बता रहे हैं कि गाजियाबाद के शहर, रूरल और ट्रांस हिंडन जोन में थानों की कुल संख्या 55 हो जाएगी। इसी के साथ गाजियाबाद में एसीपी स्तर के अधिकारियों की संख्या में भी इजाफा होगा। गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत 25 से अधिक सर्किल भी होने के कयास लगाया
जा रहा है।
वर्तमान में कुल 9 सर्किल हैं। सर्किल बढ़ने के साथ ही यहां एसीपी स्तर के अधिकारियों को नई तैनाती की जा सकती है जिसकी कुल संख्या 35 तक जा सकती है।
वर्तमान में गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत एसीपी स्तर के 17 अधिकारियों के लिए पद सृजित किए गए हैं, जो साल 2023 के अंत तक बढ़कर 35 तक
पहुंच जाएंगे।
प्रभारी मंत्री के सामने उठा था थानों व सर्किल बढ़ाने का मुद्दा
बीते दिनों उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और गाजियाबाद के प्रभारी मंत्री के रुप में पहुंचे, उत्तर प्रदेश पुलिस के पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण के जिला मुख्यालय में हुए कार्यक्रम के दौरान गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों ने उनको जानकारी दी थी कि गाजियाबाद कमिश्नरेट में लगातार थानों की संख्या बढ़ाने का कार्य चल रहा है। साल 2023 के अंत तक जिले के तीनों जोन को मिलाकर थानों की कुल संख्या 55 तक पहुंच सकती है।
वहीं एसीपी स्तर के अधिकारियों की संख्या भी शासन द्वारा 17 तय की गई की गई थी। जिससे भविष्य में बढ़ाया जाना है। वहीं एसीपी स्तर के अधिकारियों को तैनाती देने के लिए नए सर्किल वितरित किए जाएंगे।
सर्किल आॅफिसर पर रहेगा दो थानों का प्रभार !
पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद के अंतर्गत 55 थानों को शुरू कर दिया जाएगा। तो प्रत्येक सर्किल आॅफिसर के अंतर्गत 2-2 थानों का सर्किल रहेगा। यह समीकरण सिटी से लेकर नदियापार और देहात के थानाक्षेत्रों में भी लागू होंगे। वहीं एसीपी स्तर के अधिकारियों के पास भी दो महत्वपूर्ण जिम्मेदारी रहने की संभावना जताई जा रही है।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने ली बड़ी गारंटी

Published

on

कहा-साधु संतों के आशीर्वाद से होली के बाद लोनी होगी अपराध मुक्त
वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)

गाजियाबाद। लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर कई दिनों की खामोशी के बाद फिर से फॉर्म में आये हैं। उनके घर पर हरिद्वार से साधु संत आये हैं। शुक्रवार को लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर के घर पर साधु संतों का डेरा था। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने साधु संतों की सेवा की और बताया कि ये सभी साधु नाथ पंथ के साधु हैं और एक सप्ताह तक यानी महाशिवरात्रि तक लोनी में ही हवन करेंगे। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि इस हवन से लोनी में राक्षस प्रवृति के लोग, असुरी शक्तियां, भटकती आत्मायें सभी को तर्पण दिया जायेगा।
जिनकी हत्या हुई है और अकाल मौत को प्राप्त हुए हैं उनकी आत्मा की शांति के लिए भी तर्पण होगा। लेकिन जिन लोगों ने आपराधिक कृत्य किये हैं उनके नष्ट होने का आह्वान इस हवन में होगा। ये यज्ञ अपने आप में महत्वपूर्ण है। लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने गारंटी ली कि आने वाली होली के बाद इस हवन के इफैक्ट दिखाई देंगे। लोनी गारंटी से अपराध मुक्त हो जायेगी। वैसे अभी भी पहले की तुलना में लोनी में क्राइम
कम है।
लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने यह कहकर अधिकारियों का ध्यान हिन्दी भवन में उस समय अपनी ओर खींचा जब उन्होंने कहा कि राम राज्य या तो लोनी में है या फिर अयोध्या
में है।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

रैपिड रेल का उद्घाटन करने आ सकते हैं गाजियाबाद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

Published

on

वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)

गाजियाबाद। रैपिड रेल प्रोजेक्ट पूरा हो चुका है और इस रूट पर रैपिड रेल का ट्रायल रन चल रहा है। बताया जाता है कि ट्रायल रन भी लगभग पूरा हो चुका है और स्टेशन का काम भी पूरा है। ये एक बड़ा प्रोजेक्ट है और केन्द्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह के लोकसभा क्षेत्र में इसे एक बड़ा तोहफा माना जा रहा है। लोकसभा सांसद जनरल वीके सिंह ने रैपिड रेल प्रोजेक्ट को लेकर केन्द्र सरकार में विशेष प्रयास किये और एक तरह से यह प्रोजेक्ट गाजियाबाद में लोकसभा सांसद जनरल वीके सिंह की देन कहा जा सकता है। अब गाजियाबाद ऐसा शहर हो गया है जहां रैपिड रेल जनता के लिए समर्पित की जानी है। सूत्र बता रहे हैं कि मार्च महीने में रैपिड रेल का उद्घाटन हो सकता है और इस बात की प्रबल संभावना जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रैपिड रेल का उद्घाटन करने के लिए आ सकते हैं। सूत्र बताते हैं कि रैपिड रेल का उद्घाटन मार्च के महीने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कर कमलों द्वारा होगा। कयास ये भी लगाये जा रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब गाजियाबाद आयेंगे तो वो रैपिड रेल का उद्घाटन साहिबाबाद से करेंगे या दुहाई स्टेशन को इसके लिए चुना जायेगा।

Continue Reading

Trending

%d bloggers like this: