नई दिल्ली| कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी का कार्यकाल एक साल बढ़ाने के प्रस्ताव पर मंगलवार को मुहर लगा दी। (congress india party) इसके साथ ही अनुसूचित जाति और अल्पसंख्यकों सहित समाज के अन्य कमजोर वर्गो के लिए पार्टी में आरक्षण 20 फीसदी से बढ़ाकर 50 फीसदी कर दिया गया। पार्टी मुख्यालय में हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में पार्टी संविधान में कई महत्वपूर्ण संशोधनों पर मुहर लगाई गई। इनमें सक्रिय सदस्यता को फिर से सक्रिय करना, इलेक्ट्रॉनिक सदस्यता को शामिल करना और सदस्यों और पार्टी पदाधिकारियों का कार्यकाल पांच साल से घटाकर तीन साल करने का फैसला शामिल है।
बैठक के बाद पार्टी नेता गुलाम नबी आजाद ने बताया कि संशोधनों को सीडब्ल्यूसी की मंजूरी मिल गई है, लेकिन इन्हें अमल में लाने में समय लगेगा।
सीडब्ल्यूसी ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी और पार्टी की सभी प्रदेश समितियों समेत सभी समितियों का कार्यकाल एक साल बढ़ाने को भी मंजूरी दी है। पार्टी का सांगठनिक चुनाव 2016 के अंत से पहले होगा।
पार्टी में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, महिलाओं, अल्पसंख्यकों और अन्य पिछड़ा वर्गों के लिए आरक्षण 20 से बढ़ाकर 50 फीसदी कर दिया गया।
पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सीडब्ल्यूसी में अपने भाषण में जोर दिया कि समाज के कमजोर तबकों को पार्टी के कामकाज में अधिक शामिल किया जाए।
सोनिया गांधी 17 साल से पार्टी अध्यक्ष हैं। उनका कार्यकाल इस साल दिसंबर में समाप्त हो रहा था। सोनिया से लंबा कार्यकाल कांग्रेस के किसी अध्यक्ष का नहीं रहा है।
पार्टी में यह मांग उठी थी कि उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाया जाए। लेकिन, लगता है कि पार्टी ने इस बदलाव को किसी और उपयुक्त समय तक के लिए टाल दिया है।
पार्टी में यह राय बनी कि बिहार चुनाव से पहले नेतृत्व परिवर्तन करना सही नहीं होगा। इसकी वजह यह मानी गई कि एक तो चुनावी मुकाबला बेहद कड़ा है और पार्टी के प्रदर्शन को लेकर निश्चित तौर पर कुछ कहा नहीं जा सकता।
पार्टी अब चुनाव आयोग को बताएगी कि वह अगले साल के अंत से पहले सांगठनिक चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर लेगी।
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