नई दिल्ली| कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष ने सोमवार को एक बार फिर लोकसभा की कार्यवाही बाधित की, जिसके चलते अध्यक्ष सदन की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित करने को मजबूर हो गईं।(new delhi hindi news) निलंबन अवधि समाप्त होने के बाद 25 कांग्रेस सांसद लोकसभा में वापस आ गए। उनके लौटने के साथ ही सदन में पिछले सप्ताह जैसे ही दृश्य देखने को मिले।
सुबह में सदन की कार्यवाही शुरू होते ही लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि विपक्ष की अनुपस्थिति में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज जिस तरह बोलीं, वह सही तरीका नहीं था।
उन्होंने कहा, “उन्होंने सदन में जिस तरह अपनी बात रखी वह कतई स्वीकार्य नहीं है। उस वक्त पूरा विपक्ष वहां मौजूद नहीं था। उनका यह तर्क कि उन्होंने पूर्व आईपीएल प्रमुख ललित मोदी की मदद मानवीय आधार पर की, स्वीकार्य नहीं है।”
खड़गे और वीरप्पा मोइली एवं के.सी. वेणुगोपाल जैसे कई अन्य कांग्रेस नेता इस मसले पर स्थगन प्रस्ताव लाए थे।
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने हालांकि, स्थगन प्रस्ताव खारिज कर दिया और कहा कि इन मुद्दों पर बाद में चर्चा हो सकती है।
इसके बाद विपक्षी कांग्रेस सदस्य नारे लिखी तख्तियां लेकर आसंदी के करीब इकट्ठा हो गए और सरकार विरोधी नारेबाजी शुरू कर दी।
जिस पर सुमित्रा महाजन ने कहा, “मैं आपसे अनुरोध कर रही हूं कि कृपया सदन में नारे लिखी तख्तियां न लाएं। सदन के बीच में इकट्ठा न हों।”
इसके बाद सदन की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी गई।
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