नागपुर|वर्ष 1993 मुंबई बम विस्फोट मामले में दोषी ठहराए गए याकूब अब्दुल रज्जाक मेमन को नागपुर केंद्रीय कारागार में गुरुवार सुबह फांसी दे दी गई। (1993 mumbai blast case news) अधिकारियों ने यह जानकारी दी। देश के विभिन्न न्यायालयों द्वारा याकूब की दया याचिकाएं खारिज कर दिए जाने के बाद उसके 54वें जन्मदिन पर गुरुवार को उसे फांसी दे दी गई।
गुरुवार सुबह फांसी पर लटकाए गए याकूब मेमन का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। याकूब को गुरुवार सुबह 6.35 बजे नागपुर केंद्रीय कारागार में फांसी दिया गया। कुछ ही देर बाद चिकित्सकों के दल ने उसे मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम के बाद ही याकूब को दफनाया जाएगा।
प्राप्त जानकारियों के मुताबिक, याकूब का शव उसके परिवार वालों को नहीं सौंपा जाएगा और पोस्टमार्टम की रिपोर्ट मिलने के बाद उसे जेल परिसर में ही दफनाया जाएगा।
मेमन को उसके 54वें जन्मदिन पर ही फांसी दी गई। इससे पहले उसने बम्बई उच्च न्यायालय, सर्वोच्च न्यायालय, महाराष्ट्र के राज्यपाल और राष्ट्रपति के पास भी दया की गुहार लगाई, लेकिन हर जगह से उसकी याचिका खारिज कर दी गई।
उसने अपने बचाव के आखिरी कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल फांसी दिए जाने से कुछ घंटों पहले तक किया। सर्वोच्च न्यायालय में उसकी याचिका पर सुनवाई तड़के तीन बजे तक हुई।
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