बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस अंतरिम सैन्य समर्थित सरकार का नेतृत्व करेंगे। हाल के महीनों से बांग्लादेश में सरकार विरोधी लहर चल रही थी, जिसके परिणामस्वरूप पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़ना पड़ा। छात्र नेताओं ने सेना प्रमुख जनरल वेकर-उज़-ज़मां और राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से मुलाकात की, जिसके बाद राष्ट्रपति कार्यालय में मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बनाने का निर्णय लिया गया।
बांग्लादेशी सेना ने कई जनरलों को बदल दिया और शेख हसीना के करीबी अधिकारियों को डिमोट कर दिया है। रैपिड एक्शन बटालियन के कमांडर जियाउल अहसन को बर्खास्त कर दिया गया है। वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री और बीएनपी अध्यक्ष खालिदा जिया को वर्षों की नजरबंदी के बाद रिहा कर दिया गया।
विरोधी समूहों ने शेख हसीना सरकार के इस्तीफे के बाद सैकड़ों हिंदू घरों, व्यवसायों और मंदिरों में तोड़फोड़ के आरोप लगाए हैं। आरक्षण की मांग को लेकर हुए विरोध प्रदर्शनों में 400 से अधिक लोगों की मौत के बाद शेख हसीना को इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा। शेख हसीना भारत पहुंचीं और दिल्ली के पास हिंडन एयरबेस पर उतरीं, जहां वह कुछ दिनों तक रहेंगी।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि सरकार शेख हसीना को रिकवर करने का समय दे रही है और उनके अगले कदम के बारे में बताएगी। उन्होंने बताया कि शेख हसीना ने भारत आने की मंजूरी का अनुरोध किया था और इसके साथ बांग्लादेशी अधिकारियों से भी अनुरोध प्राप्त हुआ था।