यमुना विकास प्राधिकरण (Yamuna Authority) ने 5 जुलाई को एक नई आवासीय योजना शुरू की थी, जिसमें आवेदन की अंतिम तारीख 30 अगस्त थी। अब 10 अक्टूबर को ड्रॉ के माध्यम से 361 प्लॉट्स आवंटित किए जाएंगे। इस योजना के लिए 2,02,822 लोगों ने आवेदन किया है, जबकि प्राधिकरण को रजिस्ट्रेशन के रूप में 12,230.9 करोड़ रुपये मिले हैं।
120 वर्ग मीटर के प्लॉट:
इनमें 84 प्लॉट्स हैं और 73,153 आवेदन आए हैं। इनमें से 67,400 लोगों ने पूरी राशि एकमुश्त जमा करने का विकल्प चुना है।
162 वर्ग मीटर के प्लॉट:
इनके लिए 77 प्लॉट्स हैं और 47,709 आवेदन आए हैं। इनमें से 44,345 लोगों ने पूरी रकम एकसाथ जमा करने का विकल्प चुना है।
200 वर्ग मीटर के प्लॉट:
इस वर्ग के 3 प्लॉट्स के लिए 2,779 आवेदन आए हैं, जिनमें से 2,532 ने पूरी राशि एकसाथ जमा करने का विकल्प चुना है।
300 वर्ग मीटर के प्लॉट:
131 प्लॉट्स के लिए 63,759 आवेदन मिले हैं, जिनमें से 59,387 लोगों ने पूरी रकम एकसाथ देने का विकल्प चुना है।
500 वर्ग मीटर के प्लॉट:
40 प्लॉट्स के लिए 10,427 आवेदन आए हैं, जिनमें से 9,849 लोगों ने पूरी राशि एकमुश्त देने की इच्छा जताई है।
1000 वर्ग मीटर के प्लॉट:
इनके लिए 18 प्लॉट्स हैं और 3,846 आवेदन आए हैं। इनमें से 3,696 लोगों ने पूरी रकम एक साथ जमा करने की इच्छा जताई है।
4000 वर्ग मीटर के प्लॉट:
8 प्लॉट्स के लिए 1,149 आवेदन हुए हैं, जिनमें से 1,109 लोगों ने पूरी राशि एकसाथ देने का विकल्प चुना है।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह से बातचीत में उन्होंने बताया कि आने वाले कुछ सालों में यमुना प्राधिकरण के क्षेत्र में रहने वाले लोगों की संख्या दिल्ली-एनसीआर से तीन गुना ज्यादा हो जाएगी।