मसूरी के पास एक होटल के कमरे में एक दुखद घटना में शहजादी नाम की 23 वर्षीय महिला मृत पाई गई। कथित तौर पर 32 वर्षीय अज़हरुद्दीन ने उसकी हत्या कर दी थी, जिसने शहजादी के भाई दानिश को घटना के बारे में सूचित किया था। दानिश हाल ही में चोरी के एक मामले में जमानत पर रिहा हुआ था। शहजादी का निर्जीव शव डासना के पास स्थित होटल अनंत के कमरा नंबर 209 में मिला था। अज़हरुद्दीन पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है, और प्रारंभिक पुलिस जांच में उसके और शहजादी के बीच गहरी दोस्ती का पता चला है।
सहायक पुलिस आयुक्त सलोनी अग्रवाल के अनुसार, होटल के कर्मचारियों ने कमरा खोलने में पुलिस की सहायता की, जहां शहजादी का शव एक कंबल से ढका हुआ पाया गया था। उम्मीद है कि पोस्टमार्टम के नतीजों से उसकी मौत के कारण के बारे में अधिक जानकारी मिल सकेगी। होटल के रिकॉर्ड से पता चलता है कि शहजादी और अज़हरुद्दीन ने 20 अक्टूबर को रात 11:00 बजे चेक इन किया था और उनका एक दिन रुकने का कार्यक्रम था, अज़हरूद्दीन ने होटल के कर्मचारियों को बताया कि वह रात का खाना खाने जा रहे हैं और जल्द ही लौट आएंगे।
हालाँकि, वह वापस नहीं आया, जिससे शहजादी की सुरक्षा पर संदेह पैदा हो गया। इस घटना ने होटल के मेहमानों की सुरक्षा और शहजादी और अजरुद्दीन के रिश्ते की प्रकृति के बारे में चिंताएँ बढ़ा दी हैं। शहजादी की दुखद मौत की परिस्थितियों के बारे में अधिक जानकारी जुटाने के लिए आगे की जांच जारी है।
मसूरी के पास एक होटल में एक दुखद घटना में शहजादी नाम की 23 वर्षीय महिला मृत पाई गई। उसके भाई, दानिश, जो हाल ही में चोरी के एक मामले में जमानत पर रिहा हुआ था, को रविवार सुबह 32 वर्षीय अजरुद्दीन का फोन आया। अजरुद्दीन ने दानिश को शहजादी की हत्या की जानकारी दी और बताया कि उसका निर्जीव शव डासना के पास होटल अनंत के कमरा नंबर 209 में मिल सकता है। यह गंभीर संदेश देने के बाद, अजरुद्दीन ने कॉल काट दिया। बसरा कॉलोनी, पीपल्दा, धौलाना निवासी दानिश ने मसूरी के कल्लूघारी में रहने वाले अज़हरुद्दीन के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज करवाया है।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि शहजादी और अज़हरुद्दीन के बीच गहरी दोस्ती थी और वे एक-दूसरे के काफी करीब थे। एसीपी सलोनी अग्रवाल के मुताबिक, होटल स्टाफ ने कमरा खोलने में पुलिस की मदद की, जहां शहजादी का शव कंबल से ढका हुआ मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के कारणों के बारे में और जानकारी सामने आने की उम्मीद है। होटल के रिकॉर्ड से पता चलता है कि शहजादी और अज़हरुद्दीन 20 अक्टूबर की रात को होटल पहुंचे, लेकिन अज़हरुद्दीन ने अगली शाम को यह दावा करते हुए होटल छोड़ दिया कि वह रात का खाना खाने जा रहा है और जल्द ही वापस आ जाएगा। हालाँकि, वह कभी वापस नहीं लौटा, जिससे शहजादी के दुखद भाग्य का पता चला।
पुलिस की छापेमारी के बाद होटल अनंत ने अपना नाम बदल लिया। पहले इसे मेट्रो होटल के नाम से जाना जाता था, लेकिन पुलिस रिकॉर्ड में आने के बाद मालिक ने इसका नाम बदलकर अनंत करने का फैसला किया। देह व्यापार से जुड़ी जानकारी के चलते होटल को एक बार पहले भी सील किया जा चुका है। युवती की दुखद हत्या के बाद पुलिस होटल के पुराने रिकॉर्ड का भी निरीक्षण कर रही है। होटल का नाम बदलना एक बार फिर चर्चा का विषय है, क्योंकि इसे पहले भी पुलिस कार्रवाई का सामना करना पड़ा है।