कई राज्यों में मूसलाधार बारिश त्राहिमान मचा रही है, जिससे जान-माल की अत्याधिक हानि देखने को मिल रही है, इसी बीच केदारनाथ पहुंचे श्रद्धालुओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है,केदारनाथ गए श्रद्धालु वहां फंसव चुके हैं, आब श्रद्धालुओं का रेस्क्यू किया जा रहा है, हाल की मूसलाधार बारिश ने क्षेत्र में व्यापक तबाही मचाई है और यहां फंसे श्रद्धालुओं को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। तीसरे दिन भी रेस्क्यू अभियान जारी है, जिसमें जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम मिलकर प्रयासरत हैं।
आज सुबह 6 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ, जिसमें लिनचोली से लगभग 150 लोगों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से शेरसी हेलीपैड पर सुरक्षित पहुंचाया गया। रेस्क्यू टीम ने थारू कैंप के पास बड़े-बड़े पत्थरों में दबे शवों की खोज की है, जिसमें एक शव शुभम कश्यप नामक व्यक्ति का पाया गया। शव के पास दो मोबाइल और अन्य सामग्री भी मिली है, जिसे चौकी लिनचोली के सुपुर्द कर दिया गया है।
बरसात के कारण कई रास्ते क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों को संकट का सामना करना पड़ रहा है। उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन को तेज करने के लिए वायुसेना के चिनूक और एमआई 17 हेलीकॉप्टर भी तैनात किए गए हैं। इसके अलावा, मैनुअल रेस्क्यू भी लगातार चल रहा है।
मोबाइल नेटवर्क की कनेक्टिविटी दो दिनों से ठप है, जिससे यात्रियों को अपने परिजनों से संपर्क करने में कठिनाई हो रही है। प्रशासन ने विभिन्न स्थानों पर भोजन, पानी और आवास की व्यवस्था की है। 18 किलोमीटर का पैदल मार्ग 13 जगहों पर टूट चुका है, इसलिए वैकल्पिक रास्तों का उपयोग कर रेस्क्यू कार्य जारी है।