नई दिल्ली: सैमसंग के चीन में बहुत बुरे दिन शुरू हो चुके हैं. मई मध्य तक चीन के स्मार्टफोन बाज़ार के जो आंकड़े सामने आए वो दुनिया को चौंका रहे हैं. (gadgets hindi news) पिछले साल तक जिस स्मार्टफोन को लेने के लिए चीनी लोग तरसते थे उनकी पसंद अब एपल बन चुकी है.
सैमसंग का दबदबा धराशाई होने की ओर इशारा कर रहा है. आंकलन केंद्र IDC ने चीन के समार्टफोन बाज़ार पर 2015 की पहली तिमाही की रिपोर्ट बनाई तो उसमें चीन में सैमसंग समार्टफोन बाज़ार को तगड़ा झटका लगा.
चीन के बाज़ार में सैमसंग चौथे पायदान पर खिसक चुकी है.
चीन के स्मार्टफोन बाज़ार में बड़े परिवर्तन हुए, चीन की अपनी कंपनी XIAOMI को भी एप्पल कंपनी ने नंबरों में मात दे दी और अब चीनी मार्केट में एपल फोन का दर्जा अव्वल स्थान पर पहुंच चुका है लेकिन चौंकाने वाले आंकड़े तो सैमसंग के हैं.
पिछले 12 महीनों में सैमसंग ने चीन में अपना आधे से ज़्यादा मार्केट गंवा दिया. पिछले साल इसी वक्त की तुलना करें तो सैमसंग पहले नंबर पर थी लेकिन वक्त बदला और सैमसंग का मार्केट करीब करीब डूबने की ओर इशारा कर रहा है.
पिछले साल जहां सैमसंग का शेयर चीन के स्मार्टफोन बाज़ार में 20% था वही शेयर गिरकर 2015 की पहली तिमाही में 10% से भी नीचे आ गया. एपल के आकड़ों में बड़े बदलाव हुए जो पिछले साल सिर्फ 8% के करीब थे वो एक साल में छलांग लगाके 15% तक की ग्रोथ हासिल कर गए.
चीन के मार्केट में एपल के लिए पहले पायदान पर आना भी पहली बार है. इसी बात को गौर करने की जरूरत है कि चीन का कंज़्यूमर मध्यम वर्गीय होने के बावजूद एप्पल के महंगे फोन खरीद रहा है और सैमसंग के लिए खतरे की घंटी के समान है.
शायद ये सैमसंग की कमी के तौर पर देखा गया कि बीते साल से अब तक ज़्यादा प्रोडक्ट लॉन्च सैमसंग ने नहीं किए. चीन का स्मार्टफोन बाज़ार बहुत बड़ा है लगभग 100% लोगों के पास अपना स्मार्टफोन आ चुका है , लोगों ने इतने सालों में अपने आपको फीचर फोन से स्मार्टफोन के इस्तेमाल की तरफ खींचा, लेकिन अब आंकलन के मुताबिक चीन का बाज़ार स्मार्टफोन इंडस्ट्री में सिकुड़ा है, चीन की मंशा भी अपने फोन बनाने और ज़्यादा से ज़्यादा लोगों के बीच पहुंचाने की है. लेकिन लोगों की पहली पसंद एप्पल ही बनी हुई है.
चीन के मार्केट मे एपल के स्मार्टफोन को सबसे बड़ी प्रतिसर्प्धा चीन की लोकल कंपनी XIOAMI दे रही है , नंबरों में चीन के मार्केट में ये दूसरे पर है लेकिन दुनिया भर में स्मार्टफोन बिक्री में ये पांचवे पायदान पर है.
चीन में सैमसंग का मार्केट साल दर साल ग्रोथ के आंकलन के हिसाब से नेगेटिव में जा रहा है. सवाल ये है कि लोगों का माइंडसेट क्या है , क्या लोग सैमसंग के प्रोडक्ट से खुश नहीं है खासकर के चीन का स्मार्टफोन मार्केट स्पेस बड़ा है, वहां लोग अपने कंपनी द्वारा फोन को नकार कर एप्पल को विश्वसनीय समझ रहे हैं. क्या चीन के लोगों का रुझान बीते एक साल में ये बता रहा है कि सैमसंग का चीन में बोरिया बिस्तर बांधने का वक्त आ गया है.
भारत दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था में शुमार है और तकनीक की तुलना हम चीन से ज़रूर करते ही है. हमारे यहां स्मार्टफोन बाज़ार में रुझान मिला जुला है. हमारे यहां Intex से लेकर एप्पल फन तक हर स्मार्टफोन बिकता है, लेकिन खासकर कोरियन कंपनी सैमसंग को हमारे यहां फलता फूलता मार्केट मिला, युवाओं की पसंद एप्पल के लेटेस्ट फोन से लेकर सैमसंग के लेटेस्ट S6 और नोट तक भी बनी हुई है.
लेकिन चीन का मार्केट स्मार्टफोन में बड़ा है. सैमसंग ने S6, S6 Edge , S6 नोट को भी लॉन्च किया लेकिन चीन के बाज़ार में कुछ खास बदलाव नहीं आया. इस बीच सवाल ये है कि सैमसंग कंपनी जो दुनिया में यूएस, यूके, जपान, ऑस्ट्रेलिया जैसे परिपक्व मार्केट में बदलाव की पूंजी तो इकट्टा कर रही है लेकिन चीन में वो कामयाब नहीं हो पा रही, तभी ऐसे आंकड़े इस ओर इशारा कर रहे हैं कि आने वाले दिन कहीं चीन के मार्केट में सैमसंग की नैया न डुबो दें.
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