गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने एक नया तरीका अपनाने का फैसला किया है। अगर यह तरीका सफल रहा तो अब आपको जीडीए और बैंक के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। आप सीधे साइट पर जाकर अपनी डील फाइनल कर सकेंगे। अगर आपको लोन की जरूरत है, तो बैंक भी साइट पर ही मौजूद होंगे। बस आपको अपने जरूरी दस्तावेज लेकर वहां पहुंचना होगा। यह योजना जीडीए ने अपनी योजनाओं में खाली पड़ी संपत्ति के निस्तारण के लिए बनाई है। यह मौका आपको एक सितंबर से मिल सकेगा।
मोदीनगर की संजयपुरी योजना से शुरूआत
जीडीए ने प्रॉपर्टी दिखाकर आवंटन करने की योजना बनाई है। इसकी शुरूआत मोदीनगर में जीडीए की संजयपुरी योजना से होगी। पहली सितंबर से जीडीए संजयपुरी योजना में एक कैंप का आयोजन करेगा। अगर आप मोदीनगर में घर की तलाश में हैं, तो यह एक अच्छा अवसर हो सकता है। इस कैंप के लिए बैंकों से भी समझौता किया गया है। अगर आपको फ्लैट पसंद आता है और आपको बैंक से लोन चाहिए, तो बैंक भी कैंप में ही मौजूद रहेगा। बस अपने दस्तावेज दिखाएं और तुरंत लोन मंजूर करवा कर जीडीए से आवंटन प्राप्त कर लें।
“जहां है, जैसा है” के आधार पर आवंटन
जीडीए की कई आवासीय योजनाओं में अभी भी अनावंटित फ्लैट्स हैं। जीडीए वीसी अतुल वत्स ने बताया कि इन फ्लैट्स की सूची तैयार की जा रही है। इन फ्लैट्स को “जहां है, जैसा है” के आधार पर आवंटित किया जाएगा। इसके लिए आपको जीडीए के ऑफिस तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मोदीनगर में संजयपुरी योजना में एक सितंबर से कैंप का आयोजन होगा। आप वहां जाकर खाली फ्लैट देख सकते हैं और पसंद आने पर आवंटन करा सकते हैं। अगर यह कैंप सफल रहा तो अन्य योजनाओं में भी इसी तरह के कैंप आयोजित किए जाएंगे।
दूसरी योजनाओं में भी कैंप होंगे
जीडीए वीसी ने बताया कि मोदीनगर की संजयपुरी योजना से इस नई व्यवस्था की शुरूआत की जाएगी। इसके बाद जीडीए मधुबन बापूधाम और दूसरी योजनाओं में भी इस तरह के कैंप आयोजित करेगा। इसका उद्देश्य है कि आवंटियों को जीडीए की प्रॉपर्टी लेने में कोई परेशानी न हो।