गाजियाबाद में कमिश्नरेट बनने के 21 महीनों के दौरान केवल दो नए थाने—अंकुर विहार और शालीमार गार्डन—खुल पाए हैं, जबकि 11 थानों का प्रस्ताव जमीन की कमी के कारण कागजों में ही अटका हुआ है। हालाँकि, कमिश्नरेट भवन के लिए जमीन चिन्हित हो चुकी है और बजट भी जारी हो गया है, लेकिन कार्यदायी संस्था अलॉट न होने के कारण निर्माण शुरू नहीं हो सका है।
कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने से पहले जिला स्तर से पाँच नए थानों का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था, लेकिन केवल क्रॉसिंग रिपब्लिक और वेव सिटी थानों को ही मंजूरी मिली, जो 17 नवंबर को शुरू हो गए। कमिश्नरेट बनने के बाद, मार्च में शालीमार गार्डन थाना और अप्रैल में अंकुर विहार थाना शुरू किया गया। पुलिस आयुक्त ने 11 और नए थाने खोलने का प्रस्ताव भेजा, लेकिन जमीन न मिलने के कारण ये अटके हुए हैं।
फिलहाल सात थाने चौकियों में संचालित हो रहे हैं—अंकुर विहार, लोनी बॉर्डर, शालीमार गार्डन, कौशांबी, टीला मोड़, मधुबन बापूधाम, और क्रॉसिंग रिपब्लिक। इन सभी के लिए संपत्ति व भवन सेल द्वारा जमीन की तलाश जारी है।
बनने हैं ये नए थाने: अवंतिका, सिद्धार्थ विहार, लोहियानगर, राजनगर एक्सटेंशन, दमोदर विहार, वसुंधरा, रामपार्क, गंगनहर, इंद्रपुरी, बंथला और एक अन्य।