राज्यमंत्री नरेन्द्र कश्यप ने प्रशासनिक अधिकारियों को लेकर साथ की उद्यमियों से बात
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। राज्यमंत्री स्वतंत्रप्रभार नरेन्द्र कश्यप ने शनिवार को कलेक्ट्रेट के महात्मागांधी सभागार में प्रशासनिक अधिकारियों को साथ लेकर जिले के उद्यमियों से बात की, उनकी समस्याओं और समाधान पर बात की। इस बैठक में उद्योग बंधु समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए राज्यमंत्री स्वतंत्रप्रभार ने कहा कि गाजियाबाद औद्योगिक दृष्टि से पूरे प्रदेश का महत्वपूर्ण जनपद है। मुख्यमंत्री औद्योगिक विकास को लेकर बहुत गम्भीरता से कार्यवाही सुनिश्चित कर रहे हैं। ताकि अधिक से अधिक औद्योगिक विकास संभव हो सके। उद्योग बंधु की बैठक में राज्यमंत्री स्वतंत्रप्रभार नरेन्द्र कश्यप ने इस बैठक में मौजूद उद्यमी प्रतिनिधियों की समस्याओं का गहनता के साथ अनुश्रवण करते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों को उद्योगों से जुड़ी हुई समस्याओं व शिकायतों का निस्तारण करने के संबंध में दिशा निर्देश दिये।
जब उद्यमी अनिल मोहन को 80 लाख और शिल्पी गुप्ता को मिला 32 लाख का चैक
बैठक में राज्य मंत्री द्वारा जनपद के ओडीओपी उत्पाद से जुड़े उद्यमियों के साथ संवाद किया गया एवं शासन द्वारा संचालित एक जनपद एक उत्पाद योजना के माध्यम से उद्यमियों को बैंकों द्वारा प्रदान की जा रही ऋण सुविधाओं के विषय में अवगत कराया गया। राज्य मंत्री नरेन्द्र कश्यप के कर कमलों द्वारा ओडीओपी वित्त पोषण योजना के लाभार्थियों को जनपद में अपनी इकाई स्थापित करने हेतु अनिल मोहन को रु0/- 80 लाख एवं शिल्पी गुप्ता को रु0/- 32 लाख के ऋण का चेक प्रदान किया गया। बैठक में उपस्थित उद्यमियों एवं औद्योगिक संगठनों द्वारा मंत्री नरेन्द्र कश्यप से अनुरोध किया गया कि जनपद में इंजीनियरिंग गुड्स एवं मेटल प्रोडक्ट्स के अतिरिक्त टेक्सटाइल श्रेणी की काफी औद्योगिक इकाइयां स्थापित हैं एवं भविष्य में भी टेक्सटाइल श्रेणी में उद्यमी इकाई लगाने हेतु इच्छुक हैं। अत: जनपद के ओडीओपी
उत्पाद में इंजीनियरिंग गुड्स एवं
मेटल प्रोडक्ट्स तथा टेक्सटाइल को भी शामिल किया जाए। राज्य मंत्री
द्वारा उक्त प्रस्ताव को शासन में रखे जाने के लिए उद्यमियों को आश्वस्त किया गया।
जब डीजी सेट का उठा मुद्दा और मंत्री ने कहा विद्युत आपूर्ति करें सुनिश्चित
(करंट क्राइम)। बैठक में उपस्थित उद्यमियों द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद के सभी औद्योगिक क्षेत्रों में विद्युत ट्रिपिंग की समस्या अत्यधिक हो रही है। अत: उक्त समस्या के प्रभावी समाधान हेतु व्यवस्था की जाए। बैठक में उपस्थित अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण मंडल गाजियाबाद द्वारा अवगत कराया गया कि बहुत सी औद्योगिक इकाइयों में विद्युत को कंट्रोल किए जाने संबंधी संयंत्र बीसीबी, एमसीबी नहीं लगे हुए हैं, जिस कारण इकाई में फाल्ट होने उक्त ट्रिपिंग पूरे फीडर पर हो जाती है। राज्य मंत्री द्वारा सभी उद्यमियों से औद्योगिक इकाइयों में विद्युत कंट्रोल संयंत्र लगाए जाने हेतु आग्रह किया गया ताकि विद्युत व्यवस्था सुचारू हो सके। उद्यमियों द्वारा अवगत कराया गया कि 01 अक्टूबर, 2022 से औद्योगिक इकाइयों में संचालित डीजी सेट को पूर्णता प्रतिबंधित कर दिया गया है ऐसी स्थिति में औद्योगिक इकाइयों को विद्युत आपूर्ति 24 घंटे होना अनिवार्य है। राज्य मंत्री द्वारा विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे औद्योगिक इकाइयों को पर्याप्त विद्युत आपूर्ति कराना सुनिश्चित करें। औद्योगिक संगठनों द्वारा अवगत कराया गया कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी निदेर्शों के क्रम में डीजी सेट संचालन हेतु अंतिम तिथि 30 सितंबर, 2022 तय की गई है एवं औद्योगिक इकाइयों को पीएनजी पर कनवर्ट किए जाने हेतु निर्देशित किया गया है।
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