नई दिल्ली, 20 फरवरी (आईएएनएस)। हरियाणा और उत्तर प्रदेश के साथ सीमा पर दिल्ली के प्रवेश और निकास बिंदुओं पर बुधवार को ट्रैफिक जाम देखा गया। किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च को विफल करने के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवान दंगा-रोधी उपकरणों से लैस दिखें। कई परतों में बैरिकेडिंग भी की गई है।
सुरक्षा इंतजामों के कारण आज राजधानी के कई इलाकों में भारी जाम देखा गया, जिसकी वजह से आम लोगों को परेशानी हुई।
टिकरी और सिंघू बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस द्वारा सीमाओं को बंद कर दिया गया है।
वरिष्ठ ट्रैफिक पुलिस अधिकारी ने कहा, ”सामान्य ट्रैफिक को ध्यान में रखते हुए एनएच-44 और सिंघू बॉर्डर को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा एनएच-44 से सोनीपत और पानीपत की ओर जाने वाली सड़कें भी प्रभावित हुई हैं।
ट्रैफिक पुलिस अधिकारी ने आगे कहा, ”डीएनडी को भी आम यात्रियों के लिए खोल दिया गया है। हालांकि, इन जगहों पर अभी हल्का जाम देखने को मिल रहा है। सिंघू बॉर्डर और निकटवर्ती सीमा के वाहन जो NH-44 की ओर जाना चाहते हैं, वे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के माध्यम से सीमा से बाहर निकल सकते हैं।”
ट्रैफिक पुलिस ने कहा, “एनएच-44 पर हरियाणा जाने वाले और अप्सरा बॉर्डर/महाराजपुर बॉर्डर तक पहुंचने वाले वाहन डाबर चौक मोहन नगर- गाजियाबाद – हापुड रोड – जीटी रोड – दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे (25 किमी) – डासना- का उपयोग कर सकते हैं। एनएच-44 पर हरियाणा जाने वाले और लोनी बॉर्डर तक पहुंचने वाले वाहन इंद्रपुरी लोनी – पूजा पावी – पंचलोक – मंडोला – मसूरी- खेकड़ा (29 किमी) – बाएं मुड़कर ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (19 किमी) – राय कट का उपयोग कर सकते हैं।
एनएच-44 और सभापुर बॉर्डर पर हरियाणा जाने वाले वाहन – सर्विस लेन पर दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे (के मंडोला मसूरी- खेकड़ा (14 किमी) एक्सप्रेसवे (19 किमी) – राय कट (एनएच-44) कुल 39 किमी तक जा सकते हैें।
उन्होंने आगे कहा, “गाजियाबाद से दिल्ली की ओर आने वाला यातायात वैशाली-कौशांबी के रास्ते आईएसबीटी आनंद विहार के पास महाराजपुर सीमा से प्रवेश कर सकता है।”
पुलिस ने आगे कहा, “दिल्ली से आने वाला और गाज़ीपुर सीमा के माध्यम से गाजियाबाद जाने वाला यातायात या तो अक्षरधाम मंदिर के सामने पुश्ता रोड या पटपड़गंज रोड / मदर डेयरी रोड या चौधरी चरण सिंह मार्ग आईएसबीटी आनंद विहार से हो सकता है और गाजियाबाद में महाराजपुर या अप्सरा सीमा से बाहर निकल सकता है।”
आईएएनएस
एसएचके/एकेजे