बेंगलुरू, 9 फरवरी (आईएएनएस)। कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने शुक्रवार को कहा कि नशीली पदार्थों का खतरा बेंगलुरु पुलिस के लिए चुनौती बन चुका है।
बता दें कि बेंगलुरु पुलिस द्वारा आयोजित ”जब्त दवा विनाश कार्यक्रम” में गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा, ”सर्वाधिक गांजा अगर किसी राज्य में पाया जाता है, तो वो पंजाब है, जिसे आमतौर पर उड़ता पंजाब भी कहा जाता है। वहीं, अब बेंगलुरु भी कुछ इसी तरह की दुश्वारियों से जूझ रहा है।”
उन्होंने कहा, ”नशीले पदार्थों के खतरों के संदर्भ में अधिकांश सवाल विधानसभा में पूछे जा चुके हैं। युवाओं के जीवन और स्वास्थ्य को खत्म किया जा रहा है। हालांकि, पहले चॉकलेट के जरिए ड्रग की पूर्ति की जाती थी, लेकिन जब से मैंने गृह मंत्रालय की कमान अपने हाथों में संभाली है, तब से इसमें गिरावट दर्ज की गई।”
उन्होंने यह भी कहा, ”अधिकारियों को इस संदर्भ में जानकारी मिली है कि कैसे युवाओं को पार्टी, क्लब, बार और रेस्टोरेंट में ड्रग मुहैया कराई जा रही है। इस पर विराम लगना चाहिए। हमारी चिंता युवाओं और बच्चों को लेकर है। हालांकि, जब कभी-भी ड्रग पैडलर को गिरफ्तार किया जाता है, तो सबसे पहला शिकंजा उनकी संपत्तियों पर कसा जाता है। आमतौर पर उनकी संपत्तियों को जब्त किया जाता है।”
उन्होंने कहा, ”6,764 मामले अभी तक ड्रग पैडलर के संदर्भ में दर्ज किए जा चुके हैं। लगभग 9,654 किलोग्राम गांजा और 233 किलोग्राम सिंथेटिक दवाएं साल 2023 में जब्त की गईं। वहीं, अब तक इस मामले में 7,400 भारतीय और 136 विदेश नागरिक गिरफ्तार किए जा चुके हैं।”
उन्होंने कहा, ”पुलिस विभाग ने 36 करोड़ रुपए का ड्रग और 3,885 किलोग्राम एमडीएमए और हशीश तेल भी बरामद किया है। हम कर्नाटक को ड्रग मुक्त राज्य बनाना चाहते हैं। अगर सभी पुलिसकर्मी मिलकर इस दिशा में काम करें, तो कर्नाटक आगामी दिनों में एक ड्रग मुक्त राज्य बन जाएगा।”
जी परमेश्वर ने कहा, ”पुलिस विभाग ने हाल ही में स्वर्ण जयंती समारोह में कर्नाटक को ड्रग मुक्त राज्य बनाने की प्रतिज्ञा ली थी।”
उन्होंने कहा, ”कर्नाटक को ड्रग मुक्त राज्य बनाने के लिए पुलिस ने ड्रग के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है। वहीं, बड़ी संख्या में अफ्रीकन युवा फ्रंटफुट पर आकर राज्यभर में ड्रग्स मुहैया करा रहे हैं, जिसकी वजह से कई युवाओं को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है।”
–आईएएनएस
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