तिरुवनंतपुरम, 2 मार्च (आईएएनएस)। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने बीवीएससी द्वितीय वर्ष के छात्र सिद्दार्थ की मौत के संबंध में कर्तव्य में लापरवाही बरतने के लिए शनिवार को केरल पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति एम.आर. ससींद्रनाथ को निलंबित कर दिया। छात्र का शव 18 फरवरी को वायनाड स्थित उनके कॉलेज में फँदे से लटका मिला था।
खान ने, जो राज्य में विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति भी हैं, यहां मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने अब केरल उच्च न्यायालय से अनुरोध किया है कि वह सिद्दार्थ की मौत की विस्तृत जांच के लिए उच्च न्यायालय या उच्चतम न्यायालय के एक न्यायाधीश या पूर्व न्यायाधीश को नियुक्त करें।
खान ने कहा, “छात्र की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उसका पेट खाली था। कुछ गड़बड़ है क्योंकि न तो डीन और न ही वार्डन को पता था कि छात्र के साथ कई दिनों से क्या हो रहा था।”
उन्होंने कहा कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि कई कॉलेजों में एसएफआई (सीपीआई-एम की छात्र शाखा) ने एक छात्रावास का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है और यहां तक कि कॉलेज के अधिकारी भी कार्रवाई करने से डरते हैं क्योंकि वे इसका इस्तेमाल अवैध गतिविधियों के लिए करते हैं। अब जानकारी मिली है कि “इस घटना में एसएफआई और पीएफआई के कार्यकर्ता शामिल हैं”। जैसा कि सभी जानते हैं कि यहां पुलिस असहाय है।
खान ने कहा, “यह देखने में आया है कि कुछ शिक्षक भी छात्रों द्वारा आयोजित पार्टियों में शामिल होते हैं।”
शुक्रवार को सिद्दार्थ के घर का दौरा करने के बाद खान ने कहा कि केरल में युवाओं को कुछ ताकतों द्वारा हिंसा और बदमाशी में शामिल होने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने सभी से “हिंसा का रास्ता न अपनाने” की अपील की।
सिद्दार्थ के पिता ने खान की त्वरित कार्रवाई का स्वागत किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि डीन भी अपनी भूमिका के लिए जांच के दायरे में आ गए हैं।
पिनाराई विजयन सरकार इस घटना पर चुप्पी साधे हुए है।
–आईएएनएस
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