अमरावती, 14 मार्च (आईएएनएस)। जन सेना पार्टी के प्रमुख और टॉलीवुड अभिनेता पवन कल्याण ने सभी अटकलों पर पूर्ण विराम लगाते हुए गुरुवार को घोषणा की कि वह पिथापुरम निर्वाचन क्षेत्र से आँध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।
मंगलागिरि स्थित मुख्यालय में पार्टी के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने घोषणा की कि वह काकीनाडा जिले के पीथापुरम से चुनाव मैदान में उतरेंगे।
इससे उनके लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलों पर विराम लग गया।
उन्होंने कहा, “फिलहाल, मेरी लोकसभा चुनाव लड़ने की कोई योजना नहीं है।”
वह तेदेपा-भाजपा-जेएसपी गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे।
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने काकीनाडा से मौजूदा सांसद वंगा गीता को पिथापुरम के लिए अपना समन्वयक नियुक्त किया है।
हालाँकि, पवन कल्याण की घोषणा के बाद सत्तारूढ़ दल मुद्रगदा पद्मनाभम् को मैदान में उतार सकता है, जिन्होंने हाल ही में वाईएसआरसीपी में शामिल होने की घोषणा की थी।
पद्मनाभम् कापू समुदाय के प्रमुख नेता हैं। पवन कल्याण भी इसी समुदाय से हैं।
वाईएसआरसीपी के पेंडेम दोराबाबू 2019 में पीथापुरम से चुने गए थे। उन्होंने तेदेपा के एस.वी.एस.एन. वर्मा को 14,992 वोटों से हराया था। जन सेना की एम. शेषु कुमारी तीसरे स्थान पर रही थीं।
तेदेपा और भाजपा के साथ हाल ही में घोषित चुनावी गठबंधन के तहत, जन सेना 21 विधानसभा और दो लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
राज्य की 175 सदस्यीय विधानसभा और 25 लोकसभा सीटों के लिए एक साथ चुनाव अप्रैल-मई में होने वाले हैं।
तेदेपा 144 विधानसभा और 17 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। भाजपा के लिए 10 विधानसभा और छह लोकसभा सीटें छोड़ी गई हैं।
“पावर स्टार” के रूप में लोकप्रिय, पवन कल्याण की 2019 में चुनावी शुरुआत निराशाजनक रही। वह विशाखापत्तनम और पश्चिम गोदावरी जिलों के क्रमशः गजुवाका और भीमावरम से मैदान में उतरे थे, लेकिन दोनों सीटों पर वाईएसआरसीपी के उम्मीदवारों से हार गए।
बसपा और वाम दलों के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने वाली जन सेना केवल एक विधानसभा सीट जीत सकी थी।
मेगास्टार के. चिरंजीवी के छोटे भाई पवन कल्याण ने 2014 में जन सेना बनाकर राजनीति में प्रवेश किया। हालांकि, पार्टी ने तत्काल चुनाव नहीं लड़ा था।
उन्होंने खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व से प्रभावित बताते हुए भाजपा-तेदेपा गठबंधन का समर्थन किया। बाद में आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के वादे से पीछे हटने का आरोप लगाने के बाद अभिनेता ने भाजपा और तेदेपा दोनों से दूरी बना ली। हालाँकि 2019 के चुनावों में हार के बाद वह एनडीए में शामिल हो गए।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि उन्होंने राज्य में सत्तासीन वाईएसआरसीपी को चुनौती देने के लिए तेदेपा और भाजपा के साथ त्रिपक्षीय गठबंधन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
जन सेना ने अब तक विधानसभा चुनाव के लिए छह उम्मीदवारों की घोषणा की है। बताया जाता है कि बुधवार रात पार्टी नेताओं के साथ बैठक में पवन कल्याण ने अन्य नौ उम्मीदवारों के नामों को मंजूरी दे दी है।
–आईएएनएस
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