तिरुवनंतपुरम, 13 फरवरी (आईएएनएस)। हाल ही में कतर की जेल से रिहा हुए आठ भारतीयों में से एक रागेश गोपाकुमार ने अपने घर पहुंचनेे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है।
गोपकुमार कतर में 18 महीने जेल में बिताने के बाद राज्य की राजधानी के उपनगरीय इलाके बलरामपुरम में अपने घर लौट आए।
वह उन आठ पूर्व भारतीय रक्षा कर्मियों में से एक थे, जिन्हें पहले कतर की एक अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी। लेकिन दोनों देशों के बीच उच्चतम स्तर पर बड़े पैमाने पर कूटनीतिक प्रयासों के बाद वे सभी मुक्त हो गए और सोमवार को भारत वापस आ गए।
“घर वापस आने के बाद अब मैं कैसा और क्या महसूस कर रहा हूं, इस पर मैं अपनी खुशी व्यक्त नहीं कर सकता। भारतीय नौसेना के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी गोपाकुमार ने कहा, मैं ऐसा करने के लिए मोदीजी, कतर के अमीर, विदेश मंत्रालय की टीम और कतर में भारतीय दूतावास के कर्मचारियों का बहुत आभारी हूं।
कतर अदालत ने सोमवार को सभी आठ पूर्व भारतीय रक्षा कर्मियों को अपनी हिरासत से रिहा कर दिया, इनमें से सात भारत लौट आए हैं।
दाहरा ग्लोबल कंपनी के लिए काम करने वाले सभी आठ भारतीय नागरिकों को कतर में हिरासत में लिया गया था। इससे पहले, कतर और भारत के बीच राजनयिक वार्ता के बाद जेल में बंद भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारियों की मौत की सजा को कारवास में बदल दिया गया था।
पनडुब्बी कार्यक्रम पर कथित तौर पर जासूसी करने का आरोप लगने के बाद अक्टूबर 2022 में आठ भारतीय नागरिकों को कतर में कैद कर लिया गया था।
भारतीय नागरिकों को कतर की अदालत ने जासूसी का दोषी माना था, और उन आरोपों पर मौत की सजा सुनाई गई थी।
–आईएएनएस
सीबीटी/