काठमांडू। नेपाली सेना और चीन की पीपुल्स आर्म्ड पुलिस की संयुक्त टीम ने अरानिको हाइवे पर आवागमन पुन: बहाल करने के लिए काम शुरू कर दिया है।(nepal latest news) यह हाईवे दोनों देशों के बीच व्यापार के नजरिए से प्रमुख सड़क मार्ग है। यह राजमार्ग 25 अप्रैल के विनाशकारी भूकंप के बाद हुई भारी बारिश के कारण भूस्खलन होने से बाधित हो गया था। नेपाल आर्मी ने शनिवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि दोनों देशों की संयुक्त टीम अरानिको हाईवे पर अगले 20 दिनों के अंदर 37 किलोमीटर लंबे तातोपानी-खादीचौर मार्ग से मलबा हटाएगी।
इससे पूर्व चाइनीज पीपुल्स आर्म्ड पुलिस की टीम नेपाल सरकार के आग्रह पर सिंधुपाल चौक पहुंची। संयुक्त टीम राजमार्ग से मलबा हटाने के लिए 39 इंजीनियरिंग उपकरणों का इस्तेमाल कर रही है।
अधिकारियों के मुताबिक, चीन की टीम राजमार्ग से मलबा हटाकर यहां आवागमन पुन: बहाल होने तक नेपाली सेना के साथ मिलकर काम करेगी।
नेपाली सेना ने एक बयान में कहा, “राजमार्ग से मलबा हटाने का काम दोनों देशों द्वारा राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ मनाए जाने के साथ शुरू हो गया है।”
सेना का मानना है कि इस साझा प्रयास से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार और आने वाले समय में द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा मिलेगा।
नेपाल और चीन ने एक अगस्त, 1955 को द्विपक्षीय संबंधों की नींव रखी थी। नेपाल में विनाशकारी भूकंप के कारण हुई तबाही के बाद पिछले महीने नेपाल सरकार ने चीन की सरकार से अरानिको हाईवे पर आवागमन पुन: बहाल करने के लिए मदद मांगी थी।
नेपाल की राजधानी काठमांडू में चीन के दूतावास से जारी बयान के मुताबिक, चीन और नेपाल को आपस में जोड़ने वाला अरानिको हाईवे विनाशकारी भूकंप के बाद नेपाल के पुनर्निर्माण के नजरिए से महत्वपूर्ण है।
चीनी दूतावास ने शनिवार को जारी बयान में कहा, “अरानिको हाईवे को फिर से खोलने में मदद, चीन की ओर से नेपाल को दी जाने वाली सहायता परियोजनाओं का हिस्सा है और यह चीन, नेपाल के बीच व्यापार और मित्रता को मजबूत करने में भी सहायक होगा।”
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