वाशिंगटन| अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री और डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति पद की दावेदार हिलेरी क्लिंटन की भारतीय मूल की पूर्व सहायिका जांच के घेरे में हैं। (international hindi news) उन पर आरोप है कि हिलेरी के विदेश मंत्री रहने के दौरान उन्होंने अपनी सेवाओं के लिए तय सीमा से अधिक भुगतान लिया था।
सहायिका का नाम हुमा आब्दीन है। हुमा ने 2009 से 2012 तक हिलेरी क्लिंटन के पूर्णकालिक स्टाफ के रूप में कार्य किया था।
वाशिंगटन एग्जामिनर ने बताया कि सीनेटर और सीनेट न्यायिक समिति के अध्यक्ष चक ग्रास्ले ने इस सिलसिले में अमेरिकी विदेश मंत्री जान केरी को पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि आब्दीन ने विदेश विभाग की अपनी सेवा के दौरान अपने दो अन्य नियोक्ताओं क्लिंटन फाउंडेशन और एक सलाहकार फर्म को लाभ पहुंचाया था। उन्होंने विदेश मंत्रालय में काम करते हुए एक साथ दो अन्य के लिए भी काम किया।
सलाहकार फर्म का क्लिंटन परिवार से नजदीकी संबंध है।
पत्र में ग्रास्ले ने आब्दीन को छुट्टी के लिए मिले 33000 डॉलर पर भी सवाल उठाया है। यह छुट्टी आब्दीन ने नहीं ली थी।
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