वाशिंगटन| अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) स्तर की वार्ता रद्द होने पर खेद जताते हुए कहा है कि वह दोनों देशों को इस बात के लिए प्रोत्साहित करेगा कि वे जल्द से जल्द वार्ता फिर से शुरू करें।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, “साल की शुरुआत में रूस में भारत, पाकिस्तान के नेताओं के बीच हुई रचनात्मक बातचीत से हम उत्साहित थे। (international hindi news) एनएसए स्तर की वार्ता नहीं हो पाने से हमें निराशा हुई है। हम भारत, पाकिस्तान को औपचारिक बातचीत बहाल करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।”
भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों -अजीत डोभाल एवं सरताज अजीज- के बीच प्रस्तावित वार्ता पिछले दिनों रद्द कर दी गई, क्योंकि पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे पर बातचीत करना चाहता था, जबकि भारत उफा घोषणा के अनुसार आतंकवाद के मुद्दे पर वार्ता को केंद्रित रखना चाहता था। इसके अलावा पाकिस्तान, भारत की आपत्ति के बावजूद कश्मीर के अलगाववादी नेताओं से मुलाकात करने पर अड़ा हुआ था।
किर्बी ने कहा, “जैसा कि हमने कहा, ये मुद्दे महत्वपूर्ण हैं और हम इसे समझते हैं। क्षेत्र में व्याप्त तनाव भी गंभीर मुद्दा है, यह भी हम समझते हैं।”
उन्होंने कहा, “हमारा मानना है कि दोनों देशों के नेताओं के लिए जरूरी है कि वार्ता बहाल की जाए, बातचीत हो और किसी समाधान पर पहुंचा जाए।”
किर्बी हालांकि इस सवाल का जवाब टाल गए कि अगले महीने संयुक्त राष्ट्र महासभा के अधिवेशन में अमेरिकी विदेशमंत्री जॉन केरी की उनके भारतीय एवं पाकिस्तानी समकक्षों के साथ बातचीत की कितनी संभावना है।
किर्बी ने कहा, “जैसा कि हम पहले ही कह चुके हैं और जिसे मैं फिर से दोहराना चाहता हूं कि ये मुद्दे दोनों देशों को आपस में सुलझाने होंगे। अमेरिका चाहता है कि दोनों देश बैठक कर अपने मतभेद और विवाद सुलझाएं।”
यह पूछे जाने पर कि क्या भारत, पाकिस्तान की अवरुद्ध वार्ता की बहाली के लिए अमेरिका अपनी तरफ से प्रयास करेगा? किर्बी ने कहा, “यह भारत और पाकिस्तान का आपसी मसला है और उन्हें मिलकर इसे सुलझाना होगा। हमने इस पर अपना पक्ष स्पष्ट कर दिया है।”
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