वाशिंगटन| भारतीय मूल के एक अमेरिकी चिकित्सक ने ऑपरेशन के जरिए आठ साल के बच्चे को नए कानों का उपहार देकर चिकित्सा के क्षेत्र में एक नया चमत्कार कर दिखाया है। एक मीडिया रपट से यह जानकारी मिली।(medicine reserach hindi news) ओहायो के स्टार्क काउंटी में स्थित फ्रेजर एलीमेंट्री विद्यालय की दूसरी कक्षा का छात्र एलीजाह बेल के दोनों कान जन्म से ही अविकसित थे। यह एक दुर्लभ जन्मदोष है। इसे बाइलैटरल आर्टीसिया माइक्रोटिया कहते हैं।
कैंटन की रपट के अनुसार आठ साल के एलीजाह बेल के इस जन्मदोष को अमेरिका में बच्चों के अस्पताल एकरॉन में प्लास्टिक और पुनर्निर्माण सर्जरी के निदेशक अनंत मूर्ति ने सर्जरी के जरिए दूर कर दिया और एलिजाह को नए कान निर्मित कर दिए।
मूर्ति ने अपनी स्नातक की डिग्री 19 साल की उम्र में पूरी की थी और उन्होंने 22 साल की उम्र में चिकित्सा की डिग्री हासिल की।
चिकित्सा के क्षेत्र में हुए इस नए चमत्कार की खबर पूरे अमेरिका में फैल गई। चार साल की उम्र से ही एलीजाह के कानों की सर्जरी का काम शुरू हो गया था, जिसके चलते उसके कानों को बनाने के लिए पांच सर्जरी की गईं। आखिरी सर्जरी जुलाई में हुई।
मूर्ति ने कहा, “यह एक रचनात्मक प्रक्रिया है। हमारा शरीर स्वाभाविक रूप से सब कुछ सुचारु तौर पर करना चाहता है, इसलिए हमें कानों की वास्तविक आकृति निर्मित करने के लिए कई बार नए सिरे से सर्जरी करनी पड़ी।”
एलीजाह की मां कॉलिन बेल ने कहा, “उसने सर्जरी के बाद अब अपने अंदर एक नया आत्मविश्वास पाया है। अब उसने अपने आप से प्यार करना सीखा है। यह सच में उसके जीवन में बड़ा फर्क लाने वाला होगा।”
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