ल्हासा,। दक्षिण-पश्चिम चीन के स्वायत्तशासी तिब्बत क्षेत्र के विधानमंडल ने यूनेस्को द्वारा वैश्विक धरोहर स्थल घोषित 1,300 साल पुराने पोटाला पैलेस के संरक्षण के लिए एक कानून पारित किया।
पैलेस की अखंडता तथा वातावरण को संरक्षित रखने के लिए कानून में योजना, प्रशासन, शोध तथा सुरक्षा का स्पष्ट उल्लेख किया गया है। (international hindi news) इस कानून को 10वें तिब्बत पीपुल्स कांग्रेस की स्थायी समिति के सत्र के दौरान पारित किया गया।
क्षेत्रीय विधानमंडल की स्थायी समिति के उपाध्यक्ष कर्मा ने कहा कि ऐतिहासिक इमारत की सुरक्षा को सुनिश्चित करने तथा स्थानीय संस्कृति के प्रसार की दिशा में यह कानून बेहद महत्वपूर्ण है।
पोटाला पैलेस तिब्बत की राजधानी ल्हासा की क्रेगी घाटी में स्थित है। इसका निर्माण तिब्बत के सम्राट सोंग्त्सा गांबो ने सातवीं शताब्दी में किया था, जबकि 17वीं शताब्दी के दौरान दलाईलामा ने इसका विस्तार किया।
साल 1994 में इसे यूनेस्को के वैश्विक धरोहर स्थलों में शामिल कर लिया गया।
पोटाला पैलेस ने बीते साल जुलाई में लगभग एक लाख पुरानी वस्तुओं को हटाने के लिए विस्तृत पंजीकरण की शुरुआत की थी।
यह पैलेस तिब्बत के मशहूर पर्यटन स्थलों में से एक है। बीते साल यहां 830,000 पर्यटक आए थे।
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