साहिबाबाद करंट क्राइम। गाजियाबाद में रविवार सुबह अधिवक्ता आशीष त्यागी ने लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारकर खुदकुशी कर ली। पूरा परिवार गांव गया हुआ था, आज सुबह लौटा तो उन्हें घर के अंदर लाश पड़ी मिली। प्राथमिक जांच में पता चला है कि दो दिन पहले एक सगाई समारोह में अधिवक्ता की कार कुछ अन्य लड़कों की कार से टकरा गई थी।
इस पर उन लड़कों ने अधिवक्ता की कार और ज्वैलरी छीन ली। मरम्मत के डेढ़ लाख रुपए देने पर ही कार लौटाने की बात कही। आरोप है। कि इससे प्रताड़ित होकर युवा अधिवक्ता ने खुदकुशी कर ली। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी परिवार ने पुलिस को बताया कि वह शनिवार को अपने पैतृक गांव गए हुए थे। रविवार सुबह आए तो घर का दरवाजा अंदर से बंद था। कई बार आवाज देने के बावजूद जब गेट नहीं खुला तो परिजनों को शंका हुई। उन्होंने खिड़की की जाली जैसे-तैसे तोड़ी और अंदर दाखिल हुए। देखा तो बेडरूम में आशीष की खून से लथपथ लाश पड़ी हुई थी। पुलिस ने बताया कि बाहर से किसी अन्य व्यक्ति के घुसने की संभावनाएं नहीं लग रहीं, क्योंकि घर पूरी तरह अंदर से बंद था। जो लाइसेंसी पिस्टल है। वह मृतक के पिता राकेश त्यागी के नाम पर थी । रविवार सुबह पिता राकेश त्यागी ने आशीष को फोन किया, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई। इसके बाद पिता राकेश ने आशीष के दोस्तों को फोन किया तो वे घर पर आए और इस घटना की जानकारी हुई।
पीड़ित पिता ने कहा कि यह सुसाइड नहीं, मर्डर है ।
मेरे बेटे को इतना टॉर्चर किया गया कि उसने गोली मार ली। उन्होंने शास्त्रीनगर के संजय राठी, अक्षय, अनुभव, अजय, पर आरोप लगाया है। कवि नगर थाना प्रभारी अमित कुमान ने बताया आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।