शनिवार को 20 वर्षीय यशश्री शिंदे का शव नवी मुंबई के उरण इलाके में कई चाकू के घावों के साथ मिला। पांच दिन के गहन सर्च ऑपरेशन के बाद, मुम्बई पुलिस ने कर्नाटक के गुलबर्गा जिले से दाऊद शेख को गिरफ्तार किया। बता दें कि यशश्री ने दाऊद के प्रस्तावों को ठुकरा दिया था, जिससे वह नाराज था। यह अपराध 2019 में शुरू हुआ था, जब यशश्री के पिता की शिकायत पर दाऊद शेख के खिलाफ POCSO केस दर्ज किया गया था, जिसके बाद दाऊद को गिरफ्तार किया गया और दाऊद ने डेढ़ महीने जेल में बिताए। दाऊद, यशश्री से प्यार करता था और उससे शादी कर कर्नाटक में बसना चाहता था, लेकिन यशश्री ने उसके प्रस्तावों को ठुकरा दिया, जिससे दाऊद ने उस पर लगातार दबाव डालना शुरू कर दिया, जब भी यशश्री उसका नंबर ब्लॉक करती, दाऊद अपने दोस्त मोसिन के फोन का उपयोग करके उससे संपर्क करता रहता। उसकी दीवानगी इस हद तक बढ़ गई कि वह यशश्री को निजी तस्वीरों से धमकी देने लगा और मिलने के लिए ब्लैकमेल करने लगा।
22 जुलाई को, दाऊद कर्नाटक से रवाना हुआ और 23 तारीख को नवी मुंबई पहुंचा। अगले दिन, उसने यशश्री से मिलने का दबाव डाला, जिसे उसने शुरू में मना कर दिया। 25 जुलाई को, एक हताश कदम में, दाऊद ने फेसबुक पर एक निजी तस्वीर पोस्ट की, जिससे यशश्री को मिलने के लिए मजबूर होना पड़ा ताकि तस्वीर हटाई जा सके।
हत्या के दिन, यशश्री ने अपने बेलापुर स्थित नौकरी से आधे दिन की छुट्टी ली और नगर रेलवे स्टेशन के पास दाऊद से मिली, एक बहस के दौरान, दाऊद ने उसे मार डाला। पुलिस सूत्रों के अनुसार, दाऊद बैंगलोर से दो चाकू लाया था। 25 जुलाई को उनकी मुलाकात के दौरान, स्थिति बिगड़ गई और दाऊद ने एक चाकू से यशश्री की हत्या कर दी। घबराहट में, वह ट्रेन से उरण से पनवेल गया, एटीएम से पैसे निकाले और फिर बस से कर्नाटक भाग गया।
यशश्री के शरीर पर दाऊद का नाम लिखे दो टैटू मिले। यह जांच की जा रही है कि यशश्री ने अपनी मर्जी से टैटू करवाया था या दाऊद ने उसे मजबूर किया था। दाऊद को पता आथ कि उसके फोन का लोकेशन ट्रैक कर पुलिस उसे पकड़ सकती है, इसलिए दाऊद ने अपना फोन बंद कर अपनी दादी के पास छोड़ दिया। वहाँ से, उसने अपने गाँव के पास के पहाड़ों में पैदल यात्रा शुरू की। उसकी योजना थी कि एक पहाड़ चढ़े, उतरे, और फिर अगले पहाड़ की ओर बढ़े, लगातार आगे बढ़कर पुलिस से बचने के लिए।
हत्या से पांच दिन पहले, 20 जुलाई को, पनवेल कोर्ट ने दाऊद के खिलाफ 2019 के POCSO मामले में अदालत में पेश नहीं होने के लिए गैर-जमानती वारंट जारी किया था। नवी मुंबई पुलिस ने दाऊद के हरकतों का पता लगाते हुए एक बड़ा मैनहंट शुरू किया। मानव खुफिया का उपयोग करते हुए, उन्होंने उसे कर्नाटक के शाहपुर के पास एक पहाड़ पर ट्रैक किया। 30 जुलाई की सुबह, पांच दिन की लगातार खोज के बाद, पुलिस ने सुबह 5 बजे दाऊद को पहाड़ों से गिरफ्तार किया।