मणिपुर: मणिपुर में जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है, हाल ही में सामने आए मणिपुर के वायरल नग्न परेड वीडियो ने देश का ध्यान खींचा है। महिलाओं की चिंताजनक स्थिति और हिंसा को दर्शाने वाली इस घटना में अधिकारियो, सुप्रीम कोर्ट और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा त्वरित कार्रवाई की गयी है। मणिपुर के पहाड़ी जिलों में स्थिति बिगड़ती जा रही है, जिसके दुखद परिणाम सामने आ रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: लिया संज्ञान
मणिपुर के भयावह वायरल नग्न परेड वीडियो को देखने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया है। भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) ने घटना पर गंभीर चिंता व्यक्त की और कहा कि पीड़ितों के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों और न्याय के बारे में अदालत को सूचित किया जाना चाहिए। अदालत ने केंद्र और राज्य दोनों सरकारों से अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए की गई कार्रवाई से अवगत कराने को कहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जताया दुःख
पीएम नरेंद्र मोदी ने मणिपुर में हुई इस घटना को लेकर राष्ट्र को संबोधित किया और मणिपुर के वायरल नग्न परेड वीडियो पर गहरा शोक व्यक्त किया है। संसद के मानसून सत्र से पहले बोलते हुए, पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि यह घटना सम्पूर्ण देश के लिए शर्मनाक है। उन्होंने सभी मुख्यमंत्रियों से कानूनों को मजबूत करने और अपराधों, खासकर महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आह्वान किया। पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि देश के किसी भी कोने में दोषियों को न्याय से बचने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए।
3 मई को “आदिवासी एकता मार्च” के बाद से मणिपुर के पहाड़ी जिलों में स्थिति तनावपूर्ण है। मार्च का उद्देश्य मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति श्रेणी में शामिल करने की मांग का विरोध करना था। दुर्भाग्य से, मार्च के परिणामस्वरूप हिंसक झड़पें हुईं, जिसमें 160 से अधिक लोगों की जान चली गई।
वायरल नग्न परेड वीडियो के मामले में अधिकारियों को तत्काल कार्यवाही करने के आदेश दिए गए है। मणिपुर की इस चौंका देने वाली घटना पर सुप्रीम कोर्ट का स्वत: संज्ञान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कड़ा रुख स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है। आवश्यक है कि केंद्र और राज्य सरकारें अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने और भविष्य में ऐसे जघन्य अपराधों को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई करें। महिलाओं की गरिमा की सुरक्षा के और न्याय प्रदान करने के लिए पूरा भारत समर्थन करता है। सोशल मीडिया पर भी इस जघन्य अपराध के खिलाफ एकजुट होने का आवाहन किया जा रहा है।
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