नई दिल्ली| रूस सरकार ने एक और परियोजना के लिए अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस समूह की एक कंपनी को साझेदार के रूप में चुना है। (indian market news) यह साझेदारी सेना और वायुसेना के लिए 197 हेलीकॉप्टर बनाने के 6,000 करोड़ रुपये की एक परियोजना को लेकर है। सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत यह सबसे बड़े समझौतों में से एक होगा। इसके तहत कामोव 226टी श्रेणी के 197 हेलीकॉप्टरों का देश में निर्माण किया जाएगा, जो 30 वर्षो से अहम क्षेत्रों में सेवा दे रहे चेतक और चीता हेलीकॉप्टर बेड़ों की जगह लेगा।
इस बारे में पूछे जाने पर रिलायंस डिफेंस के प्रवक्ता ने कहा, “हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया और स्किल इंडिया में हिस्सा लेने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
प्रवक्ता ने कहा, “देश की जरूरतें पूरी करने के लिए सैन्य और असैन्य हेलीकॉप्टरों का निर्माण इस प्रतिबद्धता का एक अहम हिस्सा है।”
विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि परियोजना का कार्यान्वयन एक संयुक्त उपक्रम कंपनी के जरिए होगा और इसके लिए जिस कंपनी का चुनाव किया गया है, वह रिलायंस डिफेंस की नवगठित हेलीकॉप्टर इकाई है। रिलायंस डिफेंस रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्च र की कंपनी है। कंपनी औद्योगिक लाइसेंस हासिल करने की प्रक्रिया में है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गत वर्ष दिसंबर में भारतीय दौरे के समय मोदी के सामने यह प्रस्ताव रखा था। हेलीकॉप्टर देश में बनाने की सहमति होने पर 200 हेलीकॉप्टर बनाने का प्रस्ताव दिया गया। बाद में 400 और हेलीकॉप्टर बनाने का ठेका दिया जा सकता है।
रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर की अध्यक्षता में मई में रक्षा खरीद परिषद की हुई बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई थी।
सूत्रों ने बताया कि गहन वार्ता के बाद रूस की सरकार ने भारत सरकार से कहा है कि परियोजना का कार्यान्वयन एक भरतीय कंपनी के साथ बनाई गई एक संयुक्त उपक्रम कंपनी के जरिए होगा और इसके लिए रिलायंस हेलीकॉप्टर का चुनाव किया गया है। इसमें प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण भी शामिल है।
इसी महीने के शुरू में रिलायंस समूह की कंपनी पिपावाव डिफेंस को रूस के ज्योज्दोच्का शिपयार्ड ने 24 ईकेएम-877 पनडुब्बियों का भारत में मरम्मत करने के लिए चुना था। यह ठेका 30 हजार करोड़ रुपये का हो सकता है।
सूत्रों के मुताबिक, युनाइटेड शिपबिल्डिंग कंपनी ऑफ रूस ने पिपावाव का चुनाव तलवार श्रेणी के चार पोतों के निर्माण के लिए भी किया है।
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