गाजियाबाद करंट क्राइम। मेयर सुनीता दयाल ने बुधवार को नगर निगम प्रशासन की कार्यशैली को लेकर तमाम सवाल उठाए थे। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को भी आड़े हाथों लेते हुए नगर स्वास्थ्य अधिकारी पर भी लापरवाही से काम करने के गंभीर आरोप लगाए थे। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से करोड़ों रुपए की मशीनें और गाड़ियां कंडम होने के भी दावे किये थे। गुरुवार को मेयर के तेवर तल्ख रहे और मेयर सुनीता दयाल अचानक नगर निगम के सिटी जोन कार्यालय पहुंच गई। जहां निरीक्षण के दौरान उन्हें तमाम अनियमितताएं मिली। जिसके बाद मेयर ने अंतिम चेतावनी देते हुए कहा कि निगम कर्मचारी अपनी कार्यशैली में सुधार कर लें, अन्यथा सख्त कार्यवाही की जाएगी।
रिटायर्ड कर्मचारी सिटी जोन में कर रहे थे काम
पिछले दिनों मेयर सुनीता दयाल को सिटी जोन के अंतर्गत कुछ रिटायर कर्मचारियों से कार्य कराए जाने और अवैध वसूली की शिकायत मिली थी। जिसके बाद मेयर सुनीता दयाल ने गुरुवार को अचानक सिटी जोन का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मेयर ने स्वयं देखा कि जोनल आॅफिस में रिटायर्ड कर्मचारी घूम रहे थे। जिसके बाद मेयर का पारा हाई हो गया और जोनल अधिकारी से जानकारी ली गई कि रिटायर्ड कर्मचारियों से जोनल कार्यालय में कार्य क्यों लिया जा रहा है? यदि जोनल आॅफिस में कर्मचारियों की कमी हैं तो बताया क्यों नही गया। यदि रिटायर्ड कर्मचारियों द्वारा कोई भी गलत कार्य किया गया तो उसकी जिम्मेदारी किसकी होगी। मेयर ने जोनल प्रभारी को अंतिम चेतावनी के साथ सिटी जोन की सभी व्यवस्थाएं ठीक करने के निर्देश देते हुए कहा कि भविष्य में किसी प्रकार की कोई कमी या अनियमतता नहीं मिलनी चाहिए।
रिटायर्ड कर्मचारियों को दी गई सख्त हिदायत
मेयर सुनीता दयाल के तेवर देखने के बाद मौके पर ही जोनल प्रभारी ने रिटायर्ड कर्मचारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि भविष्य में जोनल कार्यालय में रहने की कोई आवश्यकता नहीं है। यदि भविष्य में रिटायर्ड कर्मचारी जोनल कार्यालय में काम करते मिले तो उन पर भी सख्त कार्यवाही की जाएगी। जिसके बाद रिटायर्ड कर्मचारियों द्वारा जोनल कार्यालय में उपस्थित न होने का आश्वासन दिया गया।
मेयर शासन को भेजेंगी सर्वे कंपनी की शिकायत
कुछ दिन पूर्व मेयर सुनीता दयाल के पास नासिरपुर से एक शिकायत आई थी। शिकायतकर्ता ने मेयर को बताया था कि उसने अपने आवास का वर्ष 2022-23 का हाउस टैक्स समय से जमा कर दिया था। लेकिन हाउस टैक्स जमा करने के बाद भी उनके आवास का हाउस टैक्स कम नहीं हुआ, बल्कि पोर्टल पर ब्याज के साथ हाउसटैक्स दिखा रहा है। जिसके बारे में मेयर ने जोनल प्रभारी से जानकारी मांगी तो जोनल प्रभारी ने बताया कि नगरीय क्षेत्र के सभी मकानों का जीआईएस सर्वे किया गया था। सर्वे के बाद सिटी जोन के अंतर्गत 700 प्रोपर्टियों पर हाउसटैक्स गलत हो गया है। ऐसे में अब उन्हीं स्थानों से शिकायत मिल रही है। जिससे कार्य करने में भी बहुत परेशानी हो रही है। लेकिन सर्वे कंपनी इन शिकायतों का निस्तारण भी नहीं कर पा रही है। जिस पर मेयर सुनीता दयाल ने दो टूक कहा कि सर्वे कंपनी किस तरह से काम कर रही है जिससे जनता और निगम दोनों को ही परेशानी हो रही है। मेयर ने बताया कि सर्वे कंपनी की शिकायत शासन से की जाएगी।
30 से 45 दिन में हो जानी चाहिए म्यूटेशन प्रक्रिया
जोनल कार्यालय में मेयर के निरीक्षण के दौरान एक बुजुर्ग आए और उन्होंने मेयर को बताया कि मेरी बेटी ने राजनगर एक्सटेंशन में एक फ्लैट लिया है। जिसका म्यूटेशन कराने की प्रक्रिया बहुत समय पहले की जा चुकी है, लेकिन अभी तक विभाग ने कार्यवाही नही की। जिसको लेकर मेयर सुनीता दयाल ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि म्यूटेशन में 30 से 45 दिन की प्रक्रिया है, जिसको एक पेपर पर हर सभी जोनल कार्यालयों में भी चिपकाया जाए इस निर्धारित अवधि में म्यूटेशन प्रक्रिया पूरी होनी चाहिए। किसी को भी बेवजह परेशान न किया जाए एवं मौके पर उन बुजुर्ग व्यक्ति का कार्य भी करवाया।
काउंटर पर बैठे थे स्पैरो सॉफ्टेक कंपनी के कर्मचारी
मेयर सुनीता दयाल ने गुरुवार को सिटी जोन के जोनल कार्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान तमाम खामियां मिली। मेयर को निरीक्षण के दौरान ही पता चला कि यूजर चार्ज कलेक्शन करने वाली कंपनी स्पैरो सॉफ्टेक (जिसको यूजर चार्ज का 16% पैसा मिलता है) द्वारा सभी जोनल कार्यालयों के काउंटर पर अपना कर्मचारी यूजर चार्ज कलेक्ट करने के लिए बिठाया गया है, जो कि नियमानुसार गलत है, जिसको जल्द ही दिखवाया जाएगा। इसके उपरांत महापौर सुनीता दयाल ने देखा कि जोनल कार्यालय जर्जर हालत में है और महिलाओं के लिए शौचालय की भी सुचारू व्यवस्था नही है, जिसको लेकर मेयर ने संबंधित अधिकारियों से वार्ता करने के बाद इस विषय पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
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