वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)
गाजियाबाद। समाजवादी पार्टी ने अभी से चुनावी बिगुल फूंका है। वो विपक्षी दल होने के नाते सरकार को अलग अलग मुददों पर घेर भी रही है और सरकार को घेरने के साथ साथ वो अपने घर को भी मजबूत करने में लगी है। समाजवादी पार्टी अब अपने यूथ नेताओं को काम सौंपेगी और बूथ को मजबूत करने में जुट गयी है। समाजवादी पार्टी ने अब नयी रणनीति पर चलते हुए अपने कुनबा एक्सटेंशन की तैयारी कर ली है और जो नेता उनके यहां स्लिपिंग मोड में हैं उन्हें वीआरएस देकर पेंशन देने की तैयारी कर ली है। समाजवादी पार्टी अब सदस्यता अभियान चला रही है।
उसकी चुनावी तैयारियों का आगाज उसके राष्टÑीय अध्यक्ष वाली बैठक में हो गया है। सूत्र बताते हैं कि विधानसभा चुनाव के बाद समाजवदियो की एक बैठक हुई और इस बैठक का माईक राष्टÑीय अध्यक्ष के हाथ में था। यहां पर सभी चुनाव लड़े और हारे तथा जीते उम्मीदवार बुलाये गये थे। यहां एक सवाल ने सभी जवाब दे दिये।
राष्टÑीय अध्यक्ष ने सीधे सीधे पूछा कि अगला चुनाव आ रहा है और जो भी उम्मीदवार चुनाव नहीं लड़ना चाहते वो हाथ उठा दें। बताते हैं कि कई ने हाथ उठाये भी लेकिन जिन्होंने हाथ नहीं उठाये उन्हें टास्क सौंप दिया गया कि आज से ही क्षेत्र में चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दो।
एडवांस में नहीं देना भुगतान, पहले लो किताब फिर करना हिसाब
आम तौर पर पहले नेता एडवांस में भुगतान कर सदस्यता किताबें ले लेते थे। ये किताबें एक आंकड़ा बनती थीं और कन्फ्यूज करती थीं कि किताबें गयी हैं तो मेंबर बन ही गये होंगे। लेकिन नये फिल्टर नियम के बाद इतनी उम्मीद है कि उम्मीदवार इमानदारी से इन किताबों को भरेंगे। इसके लिए सपा हाईकमान ने भी नियम बना दिये हैं। सौ किताबें लेने के लिए कोई पैसा एडवांस में नहीं देना। पहले किताब भरवाईये और फिर हिसाब लाईये। सपा इस अभियान को पूरे जोर-शोर से चलाने जा रही है। ये किताब नहीं बल्कि चुनावी तैयारी है।
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