वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)
गाजियाबाद।
इन दिनों ठग सक्रिय हैं और ब्लैकमेल करने वाले भी पूरा खेल कर रहे हैं। कई बार सामाजिक रूप से प्रतिष्ठित व्यक्तियों को टारगेट पर लिया जाता है और उन्हें हनी ट्रैप में फंसाने का पूरा जाल बुना जाता है। कई बार व्यक्ति इस जाल में जाने अनजाने में फंस जाता है। फिर वह लोक-लाज, मान-सम्मान और समाज में प्रतिष्ठा धूमिल होने से बचने के लिए ठगों के चंगुल में आ जाता है। कई बार वो अपने धन से भी नुकसान उठाता है और कई बार ब्लैकमेलर उसे इतना दबाव में ले लेते हैं कि वह डिप्रेशन में आ जाता है। इन दिनों ब्लैकमेलिंग के नये प्रचलन में वीडियो कॉल का पूरा भौकाल चल रहा है। किसी भी व्यक्ति के मोबाइल नंबर पर अनजान नंबर से वीडियो कॉल आने लगती है। कई बार व्यक्ति कॉल रिसीव करता है और कई बार नहीं भी उठाता है। कई बार उसे अंदाजा भी नहीं होता और वह अंजाने में ऐसी कॉल रिसीव कर लेता है। कॉल रिसीव करते ही उधर से कोई भी युवती अश्लील हरकते करते हुए मोबाइल स्क्रीन पर आ जाती है। व्यक्ति जब फोन काटता है तो उसके फोन पर दूसरे नंबर से कॉल जा जाती है। ब्लैकमेल का खेल शुरू होता है। कई बार मामले दर्ज होते हैं और कई बार शिकार व्यक्ति किसी से कुछ नहीं बताता है। लेकिन कई बार सेर को सवा सेर मिल जाता है और फिर पूरा प्लान गड़बड़ हो जाता है। एमएलसी दिनेश गोयल ऐसे मामलो में एक मिसाल बने हैं और उन्होंने सभी के लिए ये सीख दी है कि कभी भी किसी के दबाव में ना आयें और तत्काल पूरे मामले से पुलिस को अवगत करायें। घटनाक्रम के अनुसार 10 सितम्बर को एमएलसी दिनेश गोयल अपने घर पर अपनी धर्मपत्नी के साथ बैठे हुए थे। शाम 7 बजे उनके मोबाइल फोन पर एक वीडियो कॉल आई। जैसे ही दिनेश गोयल ने कॉल रिसीव की, वैसे ही उधर से स्क्रीन पर एक युवती अश्लील हरकतें करती दिखी। दिनेश गोयल ने तुरंत ही यह कॉल काट दी। ठीक अगले दिन एमएलसी दिनेश गोयल के मोबाइल नंबर पर एक दूसरे नंबर से कॉल आई। जिसमें कहा कि मैं द्वारिका सैक्टर-16, साईबर थाने से बोल रहा हूं। आपके खिलाफ एक शिकायत आई है। ट्रूकॉलर पर यह कॉल ऋषिपाल शुक्ला के नाम से आ रही थी। फोन करने वाले ने कहा कि आपके द्वारा एक लड़की के साथ अश्लील हरकते की गई हैं। एमएलसी दिनेश गोयल ने तत्काल ही अपने मोबाइल से दोनों नंबर नोट किये और फिर पुलिस को इसकी सूचना दी। इस मामले में एफआईआर दर्ज करायी है और यहां उन्होंने अन्य ऐसे लोगों के लिए भी एक उम्मीद की किरण जगाई है जो ब्लैकमेलरों के जाल में फंस जाते हैं। उन्होंने एक राह दिखाई है कि डरने की जरूरत नहीं है बल्कि तत्काल इस मामले में पुलिस को अवगत करायें और किसी भी प्रकार के दबाव में ना आयें।
पूर्व में एक एमएलसी बन चुके हैं ऐसी ही घटना का शिकार
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। कॉल करने वाले अपने शिकार के लिए जाल बिछाते हैं। उनके जाल में कई बार प्रतिष्ठित लोग भी फंस जाते हैं। दिनेश गोयल ने साहस दिखाया और तत्काल पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया। सूत्र बताते हैं कि पूर्व में एक अन्य एमएलसी भी ऐसी ही घटना का शिकार हो चुके हैं। उनके साथ भी इस तरह की घटना घट चुकी है।
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