डीएम-एसएसपी बोले सुविधाओं से होगा पूरी तरह भरपूर
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। जल्द ही गाजियाबाद जिले में यातायात की समस्या को सुधारने और कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर करने के लिए यातायात पुलिस का अलग से कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा। इसके लिए मेरठ रोड स्थित चौधरी चरण सिंह पार्क के निकट बने यातायात कार्यालय को चिन्हित कर लिया गया है। यहां जल्द ही सीसीटीवी की संख्या बढ़ाने, एसपी यातायात का कार्यालय बनाने के साथ ही उनके स्टाफ और अन्य कर्मचारियों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी। एसएसपी मुनिराज ने कहा है कि गाजियाबाद का यह सेंटर पॉइंट है और यहां एसपी यातायात को कार्यालय बना कर बैठाया जाएगा। वह फिर यहां से पूरे जिले का यातायात नियंत्रण करने के साथ ही गाजियाबाद को जाम से मुक्ति दिलाने का प्लान भी बनाएंगे।
जिलाधिकारी ने दिया भरोसा व्यवस्थाएं होंगी भरपूर
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा है कि गाजियाबाद जैसे बड़े आबादी वाले शहर में यातायात को लेकर प्लानिंग की जा रही है। जिससे इसकी रैंकिंग सुधारने के साथ ही जाम और सड़कों पर होने वाले अतिक्रमण को रोका जा सके। इसके लिए इंटीग्रेटेड रूम स्थापित करने का काम फाइनल हो गया है। जल्द ही इसको निर्मित कर शुरू कराया जाएगा ताकि उसका लाभ जनता को मिल सके। इसके बनने से जाम से न जूझना पड़े। इस कंट्रोल रूम में पूरे जिले के प्रमुख चौराहों और ऐसे स्थानों की कैमरों के जरिए मॉनिटर होगी, जहां जाम की समस्या जनता को परेशान करती है।
हाईटेक होगा यातायात पुलिस का कंट्रोल रूम
एसएसपी मुनिराज ने एसपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा को शुरूआती जानकारी देते हुए यहां व्यवस्थाओं को दुरुस्त कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि गाजियाबाद में निर्मित होने वाला है यातायात पुलिस का इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम आधुनिक और विस्तृत होना चाहिए ताकि पुलिसकर्मियों को यहां ट्रेनिंग दिए जाने के बाद सड़कों पर लगाया जा सके और वह यातायात व्यवस्था को सुधार सकें। एसएसपी मुनिराज ने कहा है कि अगर जिले में अन्य और स्थानों पर कैमरों की व्यवस्था हो जाएगी और उसकी एक स्थान पर मॉनिटरिंग होगी तो यह अपराध नियंत्रण की दिशा में भी एक अच्छा कदम होगा।
क्या होता है इंटीग्रेटेड
आमतौर पर इंटीग्रेटेड का मतलब होता है एकीकृत यानी किसी भी व्यवस्था को एक ही स्थान पर उपलब्ध किया जाए और उससे जुड़ी हुई समस्याओं और संबंधित बातों का हल निकाला जा सके। दरअसल गाजियाबाद जिला एक विस्तृत जिला है। यहां इंटीग्रेटेड ट्रैफिक कंट्रोल रूम इसलिए आवश्यक है कि एसपी यातायात का कार्यालय अलग है, तो वहीं चालान और शिकायतों से संबंधित कार्य पुलिस लाइन में होते हैं। कंट्रोल रूम अन्य स्थान से संचालित हो रहा है। ऐसे में सारी व्यवस्था एक ही छत के नीचे होंगी और लोगों को किसी भी सूचना एवं शिकायत के लिए जाना होगा तो वह एक ही तय स्थान पर जाएंगे। उनको अधिकारियों और कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे कमिश्नरी सिस्टम और बड़े शहरों की तर्ज पर गाजियाबाद में भी इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम बनाने का प्रयास तेज कर दिया गया है। जिसके बनने से यातायात व्यवस्था सुधरेगी और आम जनता के साथ-साथ पुलिस को मैनेजमेंट में भी आसानी मिलेगी।