करंट क्राइम की मुहिम का हुआ असर , कविनगर पुलिस की मेहनत और
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। आखिरकार जो मां अपने बेटे को इस दुनिया में नहीं होने की बात मान चुकी थी। उस मां को उसका खोया हुआ लाल मिल गया है। बेटे तक मां पहुंची और इस दौरान गाजियाबाद पुलिस ने गुजरात पुलिस से मध्यस्थता की। एक मां अपने लाल को जब गाजियाबाद लेकर पहुंची तो उसकी आंखें नम हो चुकी थी लेकिन इस बार सुनीता की आंखों में खुशी के आंसू थे। सुनीता अपने खोए हुए बेटे अजय को गाजियाबाद लेकर लौट आई है जिसके बाद एसएचआो कवि नगर भी खुश नजर आए। साथ ही शास्त्री नगर चौकी प्रभारी शशि चौधरी व पुलिस टीम ने मां बेटे संग फोटो भी ली। इस दौरान मां ने कवि नगर पुलिस को धन्यवाद दिया। साथ ही दैनिक करंट क्राइम को भी उसकी आवाज बनने के लिए धन्यवाद दिया है। बता दें कि लगभग 9 महीने से रजापुर में रहने वाली प्राथमिक स्कूल साहिका की नौकरी करने वाली सुनीता का लगभग 16 वर्षीय पुत्र अजय लापता हो गया था। कवि नगर पुलिस ने उसको खोजने के कई प्रयास किए लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। बीते दिनों पूर्व एक सोशल मीडिया साइट पर किन्नर की वीडियो में अजय दिखाई दिया। इसके बाद मां सुनीता और कवि नगर एसएचओ अमित कुमार काकरान ने गुजरात पुलिस से संपर्क साधा, लगातार उन्होंने गुजरात पुलिस से संपर्क किया। मां ने जैसे-तैसे पैसों की व्यवस्था की और वह बेटे को गुजरात से सकुशल लेकर लौट आई है। अब एक मां को उसको खोया हुआ बेटा मिल गया है। वहीं पुलिस के लिए महज एक केस हो पर संवेदनाएं उससे बढ़कर हैं।
मां की भर आईं आंखें,
नहीं हो रहा था भरोसा
सुनीता ने बताया है कि उसको भरोसा नहीं था कि वह अजय को दोबारा से हासिल कर लेगीं लेकिन जब आश्रम से वह बच्चे को लेकर लौटी तो उसकी आंखें भर आई। उन्होंने कहा है कि यह उनके लिए किसी चमत्कार से कम नहीं है। वहीं एसएचओ कवि नगर थाना प्रभारी अमित काकरान ने भी दैनिक करंट क्राइम को महिला की व्यथा हाईलाइट करने और इसके बाद पूरे मामले से उनको अवगत कराने के लिए धन्यवाद दिया है।