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ग़ाजियाबाद

भगवा करने की तैयारी में भाजपा

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गाजियाबाद। अक्टूबर माह में प्रस्तावित जिला पंचायत चुनाव को लेकर भाजपा ने अपना रणनीति स्पष्ट कर दी है।(ghaziabad latest news) इस चुनाव को भाजपा ने भगवा रूप देने की तैयारी कर ली है। तैयारियों का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पार्टी जिला पंचायत के चुनाव को अपने समर्थन से लडाने जा रही है। चुनाव चिन्ह किसी भी दावेदार का कुछ भी हो, लेकिन उस पर रंग भगवा का ही नजर आयेगा। हाल ही में मेरठ में आयोजित एक बैठक में पार्टी ने पंचायत चुनाव को लेकर गहन मंथन किया है। इस लिहाज से अब प्रदेश के हर जिले में भाजपा के समर्थित उम्मीदवार उतरेंगे। भाजपा प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने स्पष्ट कह दिया है कि इस चुनाव में वह सभी नेता हाथ अजमाये जो वर्ष-2017 का विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। इसी रणनीति के तहत प्रत्येक जिला पंचायत वार्ड पर भाजपा नेताओं को प्रभारियों की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो विधानसभा 2017 का चुनाव लड़ना चाहतें हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा में प्रदेश महामंत्री पंकज सिंह को जिला पंचायत की कमान दे दी गई है।

गाजियाबाद में जिला पंचायत के सभी वार्डो का दायित्व वरिष्ठ भाजपा नेता ब्रजपाल तेवतिया को दे दिया गया है। भाजपा इस चुनाव को भी नमो लहर के बूते लड़ने की तैयारी कर रही है। ऐसे में जिला पंचायत चुनाव को लेकर भाजपा ने जितनी तेजी से पत्ते फेटने शुरू किये हैं, उसे देखकर लग रहा है कि वह शह पर मात देकर ही दम लेगी। फिलहाल इन चुनावों को लेकर अन्य प्रमुख दलों की चुप्पी भाजपा के मंसूबों को ओर अधिक बल दे रही है।
समाजवादी पार्टी मौन
सत्ताधारी समाजवादी पार्टी जिला पंचायत चुनाव को लेकर इस वक्त मौन धारण किये हुए है। अभी तक यह स्पष्ट ही नहीं हुआ है कि कौन पार्टी से जिला पंचायत सदस्यों का व कौन जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ेगा। मिशन 2017 से पहले होने जा रहे इन प्रमुख चुनाव को लेकर सपा की खामोशी समझ से परे है। पार्टी अपनी योजनाओं के प्रचार प्रसार को लेकर करोड़ो का बजट विभिन्न प्रचार के माध्यमों में फूंक रही है, लेकिन यह भी सच है कि पंचायत चुनावों के माध्यम से अपनी उपलब्धियों का प्रसार जमीनी स्तर पर करके माहौल बना सकती है, जिसका फिलहाल प्रश्नचिन्ह लगा हुआ है।
कांग्रेस के हाथ भी खाली
जिला पंचायत चुनाव को लेकर कांग्रेस की रणनीति भी फिलहाल शांत नजर आ रही है। पार्टी में चुनाव को लेकर कोई गतिविधि नजर नही आ रही है, और ना ही चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदार ही नजर आ रहे हैं। वर्ष-2017 में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनैतिक पार्टियों ने पंचायत चुनाव को ट्रायल के रूप में ले लिया है, वहीं कांग्रेस की गतिविधियां इस ओर नदारद होने के कारण राहुल बाबा के मिशन को झटका लग रहा है। हालांकि कांग्रेस में वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष अजीत पाल त्यागी हैं, जिनकी लड़ने की संभावना प्रबल जताई जा रही है, लेकिन अध्यक्ष पद पर अभी तक आरक्षण पूर्णरूप से तय नहीं हुआ है, जिस कारण उन्होंने इस ओर अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
रालोद भी दम ठोकने को तैयार
राष्ट्रीय लोकदल के लिए जिला पंचायत चुनाव बेहद अहम रहे हैं और इस बार भी पार्टी का शीर्ष नेतृत्व उक्त चुनाव को लेकर ठोस रणनीति बनाने में जुटा हुआ है, और पंचायत चुनाव के किस वार्ड में किस प्रत्याशी को उतारा जायेगा, इसका मंथन भी किया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर पंचायत चुनाव के संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है सबकुछ शीर्ष स्तर से ही तय किया जायेगा। पिछले पंचायत चुनाव में आधे से अधिक पंचायत सदस्य रालोद के जीते थे, जिसके मद्देनजर इस बार भी रालोद ठोस रणनीति के साथ मैदान में उतरेगा।
बहन जी के आदेश का इंतजार
भाजपा को छोड़ अन्य दलों की भाति बसपा की स्थिति भी पंचायत चुनाव को लेकर स्पष्ट नहीं हो रही है। पार्टी के जिला कार्यालय पर जहां पंचायत चुनाव लड़ने वाले दावेदारों के बायोडाटा काफी संख्या में पहुंच रहे हैं वहीं संगठन बहन जी के आदेश के बिना कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है। जिला पंचायत चुनाव में पार्टी समर्थन करेगी या नहीं अभी तक इसका कोई जिक्र मंडल स्तर की बैठकों में नहीं हुआ है। वहीं सूत्र बताते हैं कि बसपा शायद ही जिला पंचायत में दाव खेले, रिजल्ट अगर मुताबिक नहीं आये, तो मिशन 2017 पर विपरित प्रभाव पड़ सकता है। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए बसपा ने खामोशी धारण की हुई है।

 

जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर होगा घमासान

गाजियाबाद। जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को लेकर इन दिनों सरगर्मियां बढ़ी हुई हैं। चुनाव में आरक्षण की स्थिति साफ होने से पहले ही अध्यक्ष पद पर आधा दर्जन से अधिक उम्मीदवार चुनाव की तैयारियों में जुटे नजर आ रहे हैं और कुछ उम्मीदवार ऐसे भी हैं जो अभी आरक्षण तय होने के बाद अपने पत्तें खोलेंगे। फिलहाल गाजियाबाद पंचायत अध्यक्ष को लेकर घमासान मचा हुआ है और सभी राजनैतिक दलों की नजरें इस ओर लगी हुई हैं और समय आने पर पत्ते खोले जायेंगे। जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर कौन फिलहाल तैयारियां कर रहा है इस पर करंट क्राइम की ओर पंचायत वार्डो पर चुनाव लड़ने वालों की खाका तैयार किया गया है।
सबसे पहले बात करते हैं सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी की, सपा की ओर से पूर्व बागपत जिलाध्यक्ष ईश्वर मावी तैयारी कर रहे हैं और लोनी के एक वार्ड से चुनाव की तैयारियां कर रहे हैं। इसके अलावा पवन मावी भी जिला पंचायत चुनाव की तैयारियां कर रहे हैं और उन्होंने भी लोनी के एक वार्ड से पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने की तैयारियां शुरू की हुई है, निरंतर क्षेत्र में प्रचार का कार्यक्रम भी जारी है।
लोनी ब्लाक के प्रमुख अनिल कुमार भी इस बार पंचायत अध्यक्ष पद की लड़ाई में बताये जा रहे हैं और उन्होंने भी अपनी तैयारियों को सिरे से शुरू कर दिया है। लोनी के एक पंचायत वार्ड से अनिल प्रमुख ने अपने चुनाव की श्रीगणेश भी कर दिया है।
खोड़ा कालोनी से जिला पंचायत सदस्य कालू यादव भी इस बार पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ने वालों में बताये जा रहे हैं। कालू यादव ने भी पंचायत अध्यक्ष चुनाव को लेकर अपनी तैयारियों को शुरू कर दिया है। खोडा कालोनी में निरंतर प्रचार किया जा रहा है और कालू यादव के समर्थक अध्यक्ष का चुनाव लड़ने की बातें निरंतर जनता के बीच कर
रहे हैं।
रजापुर ब्लाक प्रमुख जितेंद्र यादव भी इस बार वार्ड-9 से जिला पंचायत सदस्य के चुनाव की तैयारियां कर रहे हैं और संभावना जताई जा रही है कि वह पंचायत सदस्य का चुनाव जितने के बाद अध्यक्ष पद पर अपनी दावेदारी मजबूती से करेंगे, जिसकी तैयारियां फिलहाल शुरू कर दी गई है।
मुरादनगर विधानसभा सीट से विधायक वहाब चौधरी भी अपने बेटे को जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ाने की तैयारियां कर रहे हैं। विधायक वहाब चौधरी का कौन सा बेटा चुनाव लड़ेगा, इसका अभी तक तय नहीं हो सका है, लेकिन तैयारियां शुरू कर दी गई हैं और आने वाले दिनों में स्थिति साफ कर दी जायेगी, विधायक समर्थकों द्वारा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
आरक्षण की स्थित साफ होने पर
पत्ते खोलेंगे अजीत पाल त्यागी
त्रिस्तरीय चुनाव में अभी आरक्षण की स्थिति अभी साफ नहीं हो सकी है, लेकिन संभावित उम्मीदवारों ने अपनी तैयारियों को शुरू कर दिया है। कुछ ऐसे भी हैं जो अभी आरक्षण की स्थिति को लेकर शांत बैठे हुए हैं। आरक्षण तय हो जाने के बाद ही वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष अजीत पाल त्यागी आगामी चुनाव को लेकर अपने पत्ते खोलेंगे। अभी चुनाव को लेकर किसी तरह की कोई गतिविधियां उनके माध्यम से नजर नहीं आ रही हैं।

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उत्तर प्रदेश

साल 2023 में 55 थानों वाला हो जाएगा पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद!

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35 से अधिक एसीपी स्तर के अधिकारियों को भी मिलेगी तैनाती
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम को मजबूत और पहले से अधिक क्रियाशील बनाने के लिए साल 2023 के अंत तक गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत 55 थानों को चालू कर दिया जाएगा। वर्तमान में गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत 23 थाने बने हुए हैं, जबकि 10 नए थानों को जल्द शुरू करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जा चुका है।
वहीं पुलिस के बेहद करीबी सूत्र बता रहे हैं कि गाजियाबाद के शहर, रूरल और ट्रांस हिंडन जोन में थानों की कुल संख्या 55 हो जाएगी। इसी के साथ गाजियाबाद में एसीपी स्तर के अधिकारियों की संख्या में भी इजाफा होगा। गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत 25 से अधिक सर्किल भी होने के कयास लगाया
जा रहा है।
वर्तमान में कुल 9 सर्किल हैं। सर्किल बढ़ने के साथ ही यहां एसीपी स्तर के अधिकारियों को नई तैनाती की जा सकती है जिसकी कुल संख्या 35 तक जा सकती है।
वर्तमान में गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत एसीपी स्तर के 17 अधिकारियों के लिए पद सृजित किए गए हैं, जो साल 2023 के अंत तक बढ़कर 35 तक
पहुंच जाएंगे।
प्रभारी मंत्री के सामने उठा था थानों व सर्किल बढ़ाने का मुद्दा
बीते दिनों उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और गाजियाबाद के प्रभारी मंत्री के रुप में पहुंचे, उत्तर प्रदेश पुलिस के पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण के जिला मुख्यालय में हुए कार्यक्रम के दौरान गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों ने उनको जानकारी दी थी कि गाजियाबाद कमिश्नरेट में लगातार थानों की संख्या बढ़ाने का कार्य चल रहा है। साल 2023 के अंत तक जिले के तीनों जोन को मिलाकर थानों की कुल संख्या 55 तक पहुंच सकती है।
वहीं एसीपी स्तर के अधिकारियों की संख्या भी शासन द्वारा 17 तय की गई की गई थी। जिससे भविष्य में बढ़ाया जाना है। वहीं एसीपी स्तर के अधिकारियों को तैनाती देने के लिए नए सर्किल वितरित किए जाएंगे।
सर्किल आॅफिसर पर रहेगा दो थानों का प्रभार !
पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद के अंतर्गत 55 थानों को शुरू कर दिया जाएगा। तो प्रत्येक सर्किल आॅफिसर के अंतर्गत 2-2 थानों का सर्किल रहेगा। यह समीकरण सिटी से लेकर नदियापार और देहात के थानाक्षेत्रों में भी लागू होंगे। वहीं एसीपी स्तर के अधिकारियों के पास भी दो महत्वपूर्ण जिम्मेदारी रहने की संभावना जताई जा रही है।

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उत्तर प्रदेश

लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने ली बड़ी गारंटी

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कहा-साधु संतों के आशीर्वाद से होली के बाद लोनी होगी अपराध मुक्त
वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)

गाजियाबाद। लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर कई दिनों की खामोशी के बाद फिर से फॉर्म में आये हैं। उनके घर पर हरिद्वार से साधु संत आये हैं। शुक्रवार को लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर के घर पर साधु संतों का डेरा था। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने साधु संतों की सेवा की और बताया कि ये सभी साधु नाथ पंथ के साधु हैं और एक सप्ताह तक यानी महाशिवरात्रि तक लोनी में ही हवन करेंगे। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि इस हवन से लोनी में राक्षस प्रवृति के लोग, असुरी शक्तियां, भटकती आत्मायें सभी को तर्पण दिया जायेगा।
जिनकी हत्या हुई है और अकाल मौत को प्राप्त हुए हैं उनकी आत्मा की शांति के लिए भी तर्पण होगा। लेकिन जिन लोगों ने आपराधिक कृत्य किये हैं उनके नष्ट होने का आह्वान इस हवन में होगा। ये यज्ञ अपने आप में महत्वपूर्ण है। लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने गारंटी ली कि आने वाली होली के बाद इस हवन के इफैक्ट दिखाई देंगे। लोनी गारंटी से अपराध मुक्त हो जायेगी। वैसे अभी भी पहले की तुलना में लोनी में क्राइम
कम है।
लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने यह कहकर अधिकारियों का ध्यान हिन्दी भवन में उस समय अपनी ओर खींचा जब उन्होंने कहा कि राम राज्य या तो लोनी में है या फिर अयोध्या
में है।

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उत्तर प्रदेश

रैपिड रेल का उद्घाटन करने आ सकते हैं गाजियाबाद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

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वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)

गाजियाबाद। रैपिड रेल प्रोजेक्ट पूरा हो चुका है और इस रूट पर रैपिड रेल का ट्रायल रन चल रहा है। बताया जाता है कि ट्रायल रन भी लगभग पूरा हो चुका है और स्टेशन का काम भी पूरा है। ये एक बड़ा प्रोजेक्ट है और केन्द्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह के लोकसभा क्षेत्र में इसे एक बड़ा तोहफा माना जा रहा है। लोकसभा सांसद जनरल वीके सिंह ने रैपिड रेल प्रोजेक्ट को लेकर केन्द्र सरकार में विशेष प्रयास किये और एक तरह से यह प्रोजेक्ट गाजियाबाद में लोकसभा सांसद जनरल वीके सिंह की देन कहा जा सकता है। अब गाजियाबाद ऐसा शहर हो गया है जहां रैपिड रेल जनता के लिए समर्पित की जानी है। सूत्र बता रहे हैं कि मार्च महीने में रैपिड रेल का उद्घाटन हो सकता है और इस बात की प्रबल संभावना जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रैपिड रेल का उद्घाटन करने के लिए आ सकते हैं। सूत्र बताते हैं कि रैपिड रेल का उद्घाटन मार्च के महीने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कर कमलों द्वारा होगा। कयास ये भी लगाये जा रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब गाजियाबाद आयेंगे तो वो रैपिड रेल का उद्घाटन साहिबाबाद से करेंगे या दुहाई स्टेशन को इसके लिए चुना जायेगा।

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