स्मार्ट सिटी पर करंट क्राइम की खबर रही सटीक
गाजियाबाद। जनपद गाजियाबाद के विकास को आने वाले दिनों में पंख लग जायेंगे, और जनपद गाजियाबाद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्मार्ट सिटी योजना में सम्मिलित किया जायेगा, इसको लेकर करंट क्राइम की ओर से 14 जून को संभावना जता दी गई थी। (ghaziabad hindi news) स्मार्ट सिटी योजना के अर्न्तगत उत्तर प्रदेश के 13 जनपदों को फिलहाल इस योजना में सम्मिलित किया गया है, जिसमें जनपद गाजियाबाद भी है। स्मार्ट सिटी योजना में गाजियाबाद को सम्मिलित किये जाने का श्रेय यूं तो कई नेता ले रहे हैं, लेकिन गाजियाबाद को स्मार्ट सिटी में शामिल कराने के पीछे सांसद वीके सिंह के प्रभावी कदम बताये जा रहे हैं।
25 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्मार्ट सिटी योजना को देशभर में एक साथ लागू किया था। स्मार्ट सिटी योजना में गाजियाबाद को सम्मिलित कराने के लिए स्थानीय सांसद व पूर्व जनरल व केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वैकेंया नायडु से मुलाकात की थी। मुलाकात के दौरान स्मार्ट सिटी योजना में गाजियाबाद को सम्मिलित करने पर केंद्रीय कमेटी की अंतिम मोहर भी लग गई थी, लेकिन कुछ अडचनों के कारण गाजियाबाद को स्मार्ट सिटी में सम्मिलित करने की घोषणा नहीं हो सकी, अब उत्तर प्रदेश के 13 जनपदों को स्मार्ट सिटी में शामिल कर लिया गया है, जिसमें गाजियाबाद भी शामिल है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 जून को औपचारिक रूप से 98 हजार करोड़ रुपये की स्मार्ट सिटी व अमरूत प्रोजेक्ट को लांच किया था। तेजी से बढ़ती आबादी की जरूरत के अनुरूप इंफ्रास्क्ट्रचर को बेहतर बनाने की कोशिक के तहत इन प्रोजेक्टोें को लांच किया गया। अगले पांच वर्षो के भीतर स्मार्ट सिटी योजना के अर्न्तगत 98 हजार करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे, जिसमें स्मार्ट सिटी योजना के लिए 48 हजार करोड़ रुपये व अमरूत योजना पर 50 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। गाजियाबाद को स्मार्ट सिटी योजना में शामिल किये जाने के बाद संभावना जताई जा रही है कि आगामी दिनों में जनपद के बुनियादी ढांचे में अमूलचूल परिवर्तन करने की दिशा में भरसक प्रयास किये जायेंगे और शहरी आबादी को बेहतर सुविधाएं दी जायेंगे, जिसकी दिशा आने वाले दिनों में तय भी कर ली जायेगी।
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