- अपनी सरकार में तीन बार हुए वित्तीय अधिकार सीज
- पालिका और मोदीनगर विधायक की लड़ाई सड़क पर
- मोदीनगर पालिका चेयरमैन सरोज शर्मा के शासनकाल में तीन बार वित्तीय अधिकार हो चुके हैं सीज
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश में समाजवादी की सरकार है और सपा से जुड़े हुए रामआसरे शर्मा निरंतर निशाने पर हैं। (ghaziabad hindi news) रामआसरे शर्मा की धर्मपत्नी सरोज शर्मा ने जब से मोदीनगर पानिका चेयरमैन का पदभार ग्रहण किया है तब से लेकर आज तक कोई न कोई विवाद उनके साथ चल रहा है और नगर पालिका अधिकारी के साथ उनके रिश्ते भी सड़कों पर आते रहे हैं। एक बार फिर से नगर पालिका चेयरमैन सरोज शर्मा के वित्तीय अधिकार शासन स्तर से सीज कर दिए गए हैं।
शासकीय स्तर पर जबाव दिया जा रहा है कि वित्तीय अनियमित्ताओं के चलते अधिकार सीज किये गये हैं तबकि रामआसरे शर्मा खुलेआम कह रहे हैं कि मोदीनगर विधायक सुदेश शर्मा के इशारे पर सबकुछ किया जा रहा है और क्षेत्र के विकास में अवरोध पैदा करने का काम किया जा रहा है। मोदीनगर शहर में चर्चाएं व्याप्त हैं कि जब रामआसरे शर्मा सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी में हैं तो फिर उनके साथ इस तरह का व्यवाहर क्यों किया जा रहा है, सरकार उनके साथ इस तरह का अन्याय क्यों कर रही हैं।
वर्ष-2012 जुलाई में नगर पालिका चेयरमैन के पद पर समाजवादी पार्टी नेता रामआसरे शर्मा की धर्मपत्नी सरोज शर्मा चेयरमैन बनी थी। चेयरमैन बनने के बाद कुछ दिनों तक तो सामान्य रहा, लेकिन छह माह बीत जाने के बाद सरोज शर्मा और नगर पालिका अधिकारी आरके प्रसाद के साथ उनका किसी बात को लेकर मनमुटाव हो गया और वर्ष-2013 में पहली बार चेयरमैन सरोज शर्मा के वित्तीय अधिकार शासन स्तर पर सीज कर दिए गए। वित्तीय अधिकार सीज होने के कुछ समय बाद एक बार फिर से वित्तीय अधिकार बहाल कर दिए गए, लेकिन इसके बाद भी वित्तीय अधिकार सीज किये जाने का सिलसिला बदस्तूर वर्ष-2014 में भी जारी रहा। वर्ष-2014 में भी शासन स्तर से ही वित्तीय अधिकार बहाल कर दिए गए और इसके बाद एक बार फिर से वर्ष-2015 में वित्तीय अधिकार एक बार फिर से सीज कर दिए गए हैं। वित्तीय अधिकार सीज किये जाने के बाद एक बार फिर से नगर पालिका अधिकारी व सत्तारूढ़ नेता रामआसरे शर्मा के बीच आपसी खटास लोगों के सामने आई है।
सीएम दरबार पहुंचा विवाद
वित्तीय अधिकार सीज किये जाने के बाद रामआसरे शर्मा ने उक्त प्रकरण मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दरबार में पहुंचा दिया है। पिछले दिनों दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री श्री यादव से मिलने के बाद रामआसरे शर्मा अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे, जहां पर उन्होंने पूरा प्रकरण सीएम के समक्ष रखा। प्रकरण पर सीएम श्री यादव ने आश्वासन दिया है कि उनके साथ किसी तरह का कोई भी अन्याय नहीं होने दिया जायेगा, और पूरे मामले की जांच कराई जायेगी। दर्ज कराये गये एससीएसटी मुकदमें की भी जांच कराये जाने की बातें कहीं गई हैं।
क्या कहते हैं रामआसरे शर्मा
चेयरमैन सरोज शर्मा के पति एवं समाजवादी पार्टी नेता रामआसरे शर्मा का कहना है कि बार बार वित्तीय अधिकार सीज किये जाने के पीछे स्थानीय विधायक सुदेश शर्मा हैं। क्षेत्र के विकास में विधायक सुदेश शर्मा अवरोध बनने का काम कर रहे हैं। उनकी मंशा को किसी तरह पूरा नहीं होने दिया जायेगा। नगर पालिका अधिकारी आरके प्रसाद विधायक सुदेश शर्मा के मंसूबों को पूरा करने का काम कर रहे हैं।
क्या कहते हैं ईओ
नगर पालिका अधिकारी आरके प्रसाद का कहना है कि चेयरमैन के वित्तीय अधिकार सीज किये जाने का अधिकार शासन स्तर पर किया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर वित्तीय अनियमित्तांए सामने आने पर ही कार्रवाई की जा रही है। स्थानीय स्तर पर उक्त को राजनैतिक तूल दिया जा रहा है।
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