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उत्तर प्रदेश

बुरा जनप्रतिनिधि अपनी सत्ता का उपयोग अपने विरोधियों को प्रताड़ित करने में करेगा

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गाजियाबाद (करंट क्राइम)। मेरा निजी अनुभव है कि अच्छा आदमी दोस्त तो अच्छा होता ही है दुश्मन भी अच्छा होता है और बुरा आदमी दोस्त भी बुरा और दुश्मन भी बुरा है। अच्छा आदमी दोस्त हो तो दोस्ती अच्छे से निभाएगा लेकिन अगर दुश्मन होगा तो भी उसके दुश्मनी के तरीके भी सभ्य और मर्यादित होंगे और बुरा आदमी दोस्ती में भी कष्ट और पीड़ा देगा और दुश्मनी भी स्तरहीन और घातक करेगा। इसलिए अच्छा आदमी सदैव अच्छा है। अगर जनप्रतिनिधि भी अच्छा हो तो लोगों के लिए कल्याणकारी कार्य करेगा। जिनको सहायता की आवश्यकता है उनकी सहायता करेगा । बुरा जनप्रतिनिधि अपनी सत्ता का उपयोग अपने विरोधियों को प्रताड़ित करने में करेगा। अपने विशेषाधिकारों का दुरुपयोग करेगा। अवैध कमाई के तरीके खोजेगा। समाज में सही लोगों को अनुचित रूप से हानि पहुंचाएगा।
ये बात सर्वविदित है कि जिसके पास जो कुछ है वही वह दूसरों को बांट सकता है। शरीफ आदमी शराफत बांटेगा ,विद्वान आदमी ज्ञान बांटेगा ,सत्संगी सत्संग बांटेगा ,सेवाभावी सेवा बांटेगा। गली का गुंडा ,गालियां बंटेगा ,चाकू छुरे बंटेगा।
आतंकवादी आतंक बांटेगा, अपराधी अपराध बांटेगा। जातिवादी जातिवाद बांटेगा। नफरती नफरत बांटेगा। जिसके पास जो है ,वह वही बांटेगा इसलिए जनप्रतिनिधि जैसा होगा वह अपने मतदाताओं को वैसा ही देगा। प्रतिनिधि अच्छा हो इसमें पहली भूमिका राजनैतिक दलों की है अगर वे अच्छे उम्मीदवार उतारेंगे तो फिर मतदाताओं को अच्छों में से अच्छा चुनने का विकल्प होगा और अगर राजनैतिक दल बुरे प्रत्याशी उतारेंगे तो मतदाताओं में बुरों में से कम बुरे को चुनने का एकमात्र विकल्प होगा।
आजकल उम्मीदवार की जाति भी महत्वपूर्ण होती जा रही है। ये बात ठीक है कि लोकतंत्र में जिस जाति के मतदाता अधिक होतें हैं ,उंसके जीतने की संभावना उतनी ही प्रबल होती है लेकिन प्रत्याशी का अच्छा होना भी महत्वपूर्ण होना चाहिए। एक समय में भाजपा में चाल चरित्र चेहरे की बात प्रमुखता से कही जाती थी ।लेकिन सामाजिक समीकरण भी आवश्यक हैं । सभी को अवसर मिले ये स्वस्थ लोकतंत्र की पहचान है।इसमें कहीं अच्छाई खो न जाय इसे ध्यान रखना आवश्यक है।जीत जितनी महत्वपूर्ण है जीतने
के बाद अच्छा करना उससे भी महत्वपूर्ण है।

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साल 2023 में 55 थानों वाला हो जाएगा पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद!

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35 से अधिक एसीपी स्तर के अधिकारियों को भी मिलेगी तैनाती
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम को मजबूत और पहले से अधिक क्रियाशील बनाने के लिए साल 2023 के अंत तक गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत 55 थानों को चालू कर दिया जाएगा। वर्तमान में गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत 23 थाने बने हुए हैं, जबकि 10 नए थानों को जल्द शुरू करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जा चुका है।
वहीं पुलिस के बेहद करीबी सूत्र बता रहे हैं कि गाजियाबाद के शहर, रूरल और ट्रांस हिंडन जोन में थानों की कुल संख्या 55 हो जाएगी। इसी के साथ गाजियाबाद में एसीपी स्तर के अधिकारियों की संख्या में भी इजाफा होगा। गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत 25 से अधिक सर्किल भी होने के कयास लगाया
जा रहा है।
वर्तमान में कुल 9 सर्किल हैं। सर्किल बढ़ने के साथ ही यहां एसीपी स्तर के अधिकारियों को नई तैनाती की जा सकती है जिसकी कुल संख्या 35 तक जा सकती है।
वर्तमान में गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत एसीपी स्तर के 17 अधिकारियों के लिए पद सृजित किए गए हैं, जो साल 2023 के अंत तक बढ़कर 35 तक
पहुंच जाएंगे।
प्रभारी मंत्री के सामने उठा था थानों व सर्किल बढ़ाने का मुद्दा
बीते दिनों उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और गाजियाबाद के प्रभारी मंत्री के रुप में पहुंचे, उत्तर प्रदेश पुलिस के पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण के जिला मुख्यालय में हुए कार्यक्रम के दौरान गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों ने उनको जानकारी दी थी कि गाजियाबाद कमिश्नरेट में लगातार थानों की संख्या बढ़ाने का कार्य चल रहा है। साल 2023 के अंत तक जिले के तीनों जोन को मिलाकर थानों की कुल संख्या 55 तक पहुंच सकती है।
वहीं एसीपी स्तर के अधिकारियों की संख्या भी शासन द्वारा 17 तय की गई की गई थी। जिससे भविष्य में बढ़ाया जाना है। वहीं एसीपी स्तर के अधिकारियों को तैनाती देने के लिए नए सर्किल वितरित किए जाएंगे।
सर्किल आॅफिसर पर रहेगा दो थानों का प्रभार !
पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद के अंतर्गत 55 थानों को शुरू कर दिया जाएगा। तो प्रत्येक सर्किल आॅफिसर के अंतर्गत 2-2 थानों का सर्किल रहेगा। यह समीकरण सिटी से लेकर नदियापार और देहात के थानाक्षेत्रों में भी लागू होंगे। वहीं एसीपी स्तर के अधिकारियों के पास भी दो महत्वपूर्ण जिम्मेदारी रहने की संभावना जताई जा रही है।

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लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने ली बड़ी गारंटी

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कहा-साधु संतों के आशीर्वाद से होली के बाद लोनी होगी अपराध मुक्त
वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)

गाजियाबाद। लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर कई दिनों की खामोशी के बाद फिर से फॉर्म में आये हैं। उनके घर पर हरिद्वार से साधु संत आये हैं। शुक्रवार को लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर के घर पर साधु संतों का डेरा था। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने साधु संतों की सेवा की और बताया कि ये सभी साधु नाथ पंथ के साधु हैं और एक सप्ताह तक यानी महाशिवरात्रि तक लोनी में ही हवन करेंगे। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि इस हवन से लोनी में राक्षस प्रवृति के लोग, असुरी शक्तियां, भटकती आत्मायें सभी को तर्पण दिया जायेगा।
जिनकी हत्या हुई है और अकाल मौत को प्राप्त हुए हैं उनकी आत्मा की शांति के लिए भी तर्पण होगा। लेकिन जिन लोगों ने आपराधिक कृत्य किये हैं उनके नष्ट होने का आह्वान इस हवन में होगा। ये यज्ञ अपने आप में महत्वपूर्ण है। लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने गारंटी ली कि आने वाली होली के बाद इस हवन के इफैक्ट दिखाई देंगे। लोनी गारंटी से अपराध मुक्त हो जायेगी। वैसे अभी भी पहले की तुलना में लोनी में क्राइम
कम है।
लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने यह कहकर अधिकारियों का ध्यान हिन्दी भवन में उस समय अपनी ओर खींचा जब उन्होंने कहा कि राम राज्य या तो लोनी में है या फिर अयोध्या
में है।

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रैपिड रेल का उद्घाटन करने आ सकते हैं गाजियाबाद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

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वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)

गाजियाबाद। रैपिड रेल प्रोजेक्ट पूरा हो चुका है और इस रूट पर रैपिड रेल का ट्रायल रन चल रहा है। बताया जाता है कि ट्रायल रन भी लगभग पूरा हो चुका है और स्टेशन का काम भी पूरा है। ये एक बड़ा प्रोजेक्ट है और केन्द्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह के लोकसभा क्षेत्र में इसे एक बड़ा तोहफा माना जा रहा है। लोकसभा सांसद जनरल वीके सिंह ने रैपिड रेल प्रोजेक्ट को लेकर केन्द्र सरकार में विशेष प्रयास किये और एक तरह से यह प्रोजेक्ट गाजियाबाद में लोकसभा सांसद जनरल वीके सिंह की देन कहा जा सकता है। अब गाजियाबाद ऐसा शहर हो गया है जहां रैपिड रेल जनता के लिए समर्पित की जानी है। सूत्र बता रहे हैं कि मार्च महीने में रैपिड रेल का उद्घाटन हो सकता है और इस बात की प्रबल संभावना जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रैपिड रेल का उद्घाटन करने के लिए आ सकते हैं। सूत्र बताते हैं कि रैपिड रेल का उद्घाटन मार्च के महीने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कर कमलों द्वारा होगा। कयास ये भी लगाये जा रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब गाजियाबाद आयेंगे तो वो रैपिड रेल का उद्घाटन साहिबाबाद से करेंगे या दुहाई स्टेशन को इसके लिए चुना जायेगा।

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