पार्टी के चार दलित नेताओं ने आगे आकर मोर्चा खोला
वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)

गाजियाबाद। भाजपा महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा कुछ मामलों में सरकारी खेल को पूरी तरह समझते हैं और ऐसे ही एक खेल में उन्होंने सरकारी वालों को ही घेर लिया। यहां पर संजीव शर्मा ने गेम के रूल को समझते हुए अपने खिलाड़ी सेट किए और मैच को भाजपा के पक्ष में कर दिया। मामला कांशीराम छात्रावास से जुड़ा है। इस छात्रावास की बिजली काट दी गई थी और यहां पानी की मोटर भी फुंक गई थी। यहां संजीव शर्मा ने 11 जून को ही एक पत्र समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री को लिखा था और उन्हें बताया था राजनगर एक्सटेंशन में स्थित कांशीराम छात्रावास में पिछले तीन महीने से ट्रांसफार्मर खराब है और पानी की मोटर भी फुंकी हुई है। पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है।
संजीव शर्मा खुद इस हॉस्टल में गए और यहां उन्हें छात्रों ने बताया कि हॉस्टल अधीक्षक महीने में एक बार आते हैं। जिसकी शिकायत भी समाज कल्याण अधिकारी से की गई। परंतु उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। संजीव शर्मा ने समाज कल्याण अधिकारी से वार्ता की तो समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि 3-4 दिन में छात्रावास की बिजली का बिल जमाकरा कर बिजली चालू करवा दी जायेगी। इसके बाद संजीव शर्मा ने चीफ इंजीनियर से बात की और 4 दिन की बिजली सप्लाई की टैम्पेरी व्यवस्था छात्रावास में करवा दी। मगर 15 जून को कांशीराम छात्रावास में फिर से लाइट काट दी गई। यह लाइट थाना प्रभारी सिहानी गेट ने खुद मौके पर पहुंचकर कटवाई थी। इसके बाद संजीव शर्मा ने दलित छात्रों के लिए बनवाए गए इस हॉस्टल के करंट का जिम्मा पार्टी के चार दलित नेताओं को सौंप दिया।
जिनमें पार्षद प्रदीप चौहान बालमीकि, महानगर महामंत्री सुशील गौतम, पार्षद यशपाल पहलवान और भाजपा नेता अशोक संत को लगाया गया। इन नेताओं को लगाने का फॉर्मूला हिट रहा और कांशीराम हॉस्टल की लाइट जुड़वाकर ही यह नेता वापस लौटे। ये लोग डीएम से मिले और फिर जिला समाज कल्याण अधिकारी से बात की। जिला समाज कल्याण अधिकारी ने कहा कि दो दिन में लाइट जुड़वा दी जाएगी। यह सुनते ही भाजपा के चारों दलित नेताओं ने टाइट अंदाज में बात रखी और कहा कि क्या दो दिन तक हॉस्टल के छात्र गर्मी में परेशान होंगे। इसके बाद ऐसा हुआ कि तुरंत नया ट्रांसफार्मर भी आ गया और विद्युत विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। हॉस्टल की लाइट जुड़वाने के बाद ही यह नेता वापस पहुंचे।
समाज कल्याण अधिकारी की शिकायत मुख्यमंत्री से
समाज कल्याण अधिकारी की शिकायत भाजपा के चार दलित नेताओं ने मुख्यमंत्री से की है। भाजपा पार्षद प्रदीप चौहान, महामंत्री सुशील गौतम, पार्षद यशपाल पहलवान और भाजपा नेता अशोक संत ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर कहा है कि राजनगर एक्सटेंशन में कांशीराम छात्रावास में प्रदेश सरकार ने दलित छात्रों के शैक्षिक विकास के लिए बनवाया था। यहां की अव्यवस्था को देखकर कई छात्र चले गए और वर्तमान समय में 70 बच्चे घोर अव्यवस्था के बीच शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। 18 मार्च को इस हॉस्टल की लाइट काट दी गई और समाज कल्याण से जुड़े किसी भी अधिकारी ने शिकायत मिलने के बाद छात्रावास की समस्या पर ध्यान नहीं दिया। कोरोना काल में दलित छात्र गर्मी और कूड़े व गदंगी के बीच रहने को मजबूर थे। रविवार को सिहानी गेट थाना प्रभारी ने खुद मौके पर जाकर हॉस्टल की बिजली कटवाई और ऐसा प्रतीत होता है कि समाज कल्याण विभाग अधिकारी और जिला प्रशासन के लोग उत्तर प्रदेश सरकार की छवि को धूमिल करना चाहत हैं। पत्र पर भाजपा के चारों दलित नेताओं के हस्ताक्षर हैं और उन्होंने सरकार की छवि को धूमिल करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।