नामचीन और महंगे स्कूल में बच्चों का पढ़ाने का सपना देखने वाले अभिभावकों के लिए संदेश है इन छात्रों की उपलब्धी
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। केवल बड़े और महंगे स्कूल ही टॉपर होने की गारंटी नहीं होते। कई बार शिक्षा के क्षेत्र में वो स्कूल भी अपनी एक पहचान और अपनी एक शान के साथ आते हैं जिन्हें अक्सर लोग बड़ा नाम ना होने की वजह से उतना नहीं पहचान पाते हैं। लेकिन जब बेहतर शिक्षक हों और स्कूल में शिक्षा के संस्कार हों तो फिर इसकी ख्याति अपने आप बाहर पहुंचती है। सम्मान की बात है तो यहां महर्षि दयानंद विद्यापीठ इंटर कॉलेज गोविन्दपुरम गाजियाबाद के छात्रों ने एक मिसाल पेश की है।
स्कूल का रिकॉर्ड बता रहा है कि जिले के टॉपर इस शिक्षा के मंदिर से आ रहे हैं। जब वर्ष 2022 की इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा तथा हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा के मेधावी छात्र छात्राओं का प्रतिभा सम्मान समारोह हुआ तो यहां 22 विद्यार्थियों ने पूरे जिले से इस स्कूल के आठ मेधावी छात्र छात्रा टॉपर लिस्ट में आये हैं। ये इस बात का उदाहरण है कि केवल मंहगे स्कूलों से ही शिक्षा की अलख नहीं जगती है बल्कि शिक्षा का उजाला उन स्कूलों से भी आ रहा है जिनका नाम महंगे स्कूलों की लिस्ट में नहीं आ रहा है। प्रतिभा सम्मान समारोह में मेधावी छात्रों को लैपटॉप और धनराशि मिलना बड़ी बात नहीं है। बड़ी बात ये है कि ये सम्मान उनकी लगन का है, उनकी मेहनत का है और सीमित संसाधनों के साथ खुद की काबिलियत को साबित करने का है।
आठ टॉपर में शामिल हैं स्कूल की पांच छात्रायें
इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा के टॉप टैन जिला मेधावी छात्र-छात्राओं ने चित्रा चौधरी का नाम प्रथम है। रविन्द्र कुमार की पुत्री चित्रा चौधरी महर्षि दयानंद विद्यापीठ इंटर कॉलेज गोविन्दपुरम की छात्रा है। 90.80 प्रतिशत अंक प्राप्त करके टॉपर लिस्ट में स्थान बनाया है। इसी स्कूल की रिया ने 87.80 अंक प्राप्त किये हैं। सुनील कुमार शर्मा की सुपुत्री रिया ने 439 अंक प्राप्त किये हैं। अनीस अहमद की पुत्री कहकशा ने 87.80 अंक प्राप्त किये हैं। इस होनहार छात्रा को भी 21 हजार रूपए की धनराशि और लैपटॉप से सम्मानित किया गया है। महर्षि दयानंद विद्यापीठ इंटर कॉलेज गोविन्दपुरम की छात्रा महक रानी भी टॉपर लिस्ट में हैं। फीरोज खान की बेटी महक ने परिवार और स्कूल दोनों का नाम रोशन किया है। साजिद अय्यूब की बेटी अलीना भी महर्षि दयानंद विद्यापीठ इंटर कॉलेज की छात्रा है और उसने भी कॉलेज की टॉपर लिस्ट में स्थान बनाया है। महर्षि दयानंद विद्यापीठ इंटर कॉलेज के छात्र हर्षवर्धन ने 85.80 प्रतिशत अंक प्राप्त किये और जिले के मेधावी छात्रों में स्थान बनाया। वहीं हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में इस स्कूल के दो छात्रों को यह सम्मान मिला है। राकेश कुमार के पुत्र विकास ने 91 प्रतिशत अंक प्राप्त किये हैं। वहीं इसी कॉलेज के लक्की सागर पुत्र गजेन्द्र कुमार ने 89.33 अंक प्राप्त कर मेधावी छात्रों में अपने नाम की गाथा लिखी है।
पूर्व मंत्री बालेश्वर त्यागी का विजन माना जाता है ये स्कूल
महर्षि दयानंद विद्यापीठ इंटर कॉलेज गोविन्दपुरम के संस्थापकों में पूर्व मंत्री बालेश्वर त्यागी का प्रमुख नाम है। यह स्कूल बालेश्वर त्यागी का विजन माना जाता है। वह नियमित रूप से इस स्कूल को समय देते हैं। यहां शिक्षा के संस्कार, शिक्षा का माहौल, अध्यापकों के पढ़ाने का तरीका सबकुछ अन्य स्कूलों से अलग है। सबसे बड़ी बात ये है कि इस स्कूल में ना तो फीस को लेकर बच्चों के माता पिता पर कोई दबाव है और ना ही शिक्षा को लेकर छात्रों में किसी प्रकार का तनाव है। शिक्षा के क्षेत्र में इस स्कूल ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। जब पूरे शहर में फीस को लेकर अभिभावकों का आंदोलन हुआ तो इस स्कूल की एक भी शिकायत नहीं आयी। हर वर्ष टॉपर लिस्ट में यहां के विद्यार्थी एक स्थान बनाते हैं। ये तभी संभव है जब यहां लगातार शिक्षा को लेकर एक रिसर्च चलती है। शिक्षा का एक माहौल यहां बना रहता है और सिद्धांतों से कोई समझौता नहीं होता है। एक बड़ा संदेश है कि मंहगे स्कूलों से ही सबकुछ नहीं मिलता। संस्कार और शिक्षा का माहौल भी विद्यार्थियों को टॉपर की लिस्ट में एक दिन जरूर ले आता है।