नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम. शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए जुटे हुए हैं। बुधवार को उनके निर्देश पर एसीईओ संजय खत्री ने शहर के अलग-अलग इलाकों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कई जगहों पर गंदगी और लापरवाही मिली, जिसके चलते उन्होंने संबंधित कंपनियों पर कुल 11 लाख रुपये का जुर्माना लगाया और सहायक परियोजना अभियंता से स्पष्टीकरण भी मांगा।
तीन दिन में रिपोर्ट देने का आदेश
एसीईओ संजय खत्री ने उद्योग मार्ग, झुंडपुरा, सेक्टर-11, जोनल रोड-6, खोड़ा रोड, सेक्टर-55, 58, 62 और एमपी-3 मार्ग का निरीक्षण किया। उद्योग मार्ग पर गंदगी पाए जाने पर अधिकारियों को तीन दिन के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। सेक्टर-22 और 56 के बीच ड्रेन टॉप और साइकिल ट्रैक पर भी गंदगी मिली, जिसे तुरंत साफ करने का आदेश दिया गया।
एजेंसियों पर जुर्माना
- एमपी-3 मार्ग पर सेक्टर-71 अंडरपास और पर्थला फ्लाईओवर के आसपास गंदगी मिलने पर एजेंसी मैसर्स लॉयन सर्विसेस लिमिटेड पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।
- सेक्टर-71 के नाले में फ्लोटिंग मैटेरियल पाए जाने पर मैसर्स राशि इंटरप्राइजेज पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।
- ग्राम झुंडपुरा से स्टेडियम तक और रेडिसन होटल सेक्टर-55 के सामने गंदगी पाई गई। हिंडन पुस्ता मार्ग पर कूड़े के ढेर मिले, जो डूब क्षेत्र की आबादी द्वारा डाले जाते हैं। इस पर मैकेनिकल स्वीपिंग एजेंसी चेन्नई एमएसडब्ल्यू पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।
ड्रेन ढकने का आदेश
एसीईओ खत्री ने सेक्टर-55 और 62 के सामने खुले पड़े ड्रेन को सात दिनों के भीतर ढकने का आदेश दिया। उन्होंने सहायक परियोजना अभियंता से भी स्पष्टीकरण मांगा है।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं
एसीईओ ने सभी विभागों और एजेंसियों को चेतावनी दी है कि वे अपने काम में सुधार लाएं और शहर को स्वच्छ रखने में योगदान दें। उन्होंने कहा कि शहर की स्वच्छता प्राथमिकता है और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिम्मेदार व्यक्तियों या एजेंसियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।