Ghaziabad: ग़ज़िआबाद के नंदग्राम थाना इलाके में एक फैक्ट्री में बड़ी संख्या में पटाखे बनाये जा रहे हैं , जिनमें से कुछ अब पुलिस की पकड़ में हैं और उनके बयानों से ही जो भी लोग इस कार्य में शामिल थे, उनका पता लगाया जा रहा है।
बड़े स्तर पर चला रहे थे फैक्ट्री
पुलिस द्वारा 50 हज़ार आधे बने हुए बम और बाकी की विस्फोटक सामग्री बरामद की गयी है। लाखों रुपयों के पटाखे इस फैक्ट्री से मिले हैं। नंदग्राम क्षेत्रः में डली ये फैक्ट्री से पटाखे बनाने वाले 2 लोगों को बंदी बना लिया गया है। अभी फैक्ट्री व गिरफ्त लोगों से पूछताछ करने के बाद, उनके बयान को ही सन्दर्भ देते हुए 2 और लोगों की पहचान हुई है। उम्मीद है कि कम से कम समय में वे अन्य लोगों को भी ढूंढ निकालेंगे।
कैसे पकड़े गए कसूरवार
नन्द गांव में चलने वाली पटाखों की फैक्ट्री की सूचना एसएचओ धर्म सिंह से मिली जिन्हें मुखबीर से ये सब पता लगा। उन्हें इनफार्मेशन आगे पास करदी। सूचना के आधार पर फैक्ट्री में छापा मारा गया। विस्फोटक पदार्थ, पटाखे बनाने का अन्य सामान , व 50,000 आधे बने हुए पटाखे भी प्राप्त हुए हैं। साथ ही पटाके बनाने वाली मशीन तक प्राप्त हुई है। ये कार्य बहुत ही लार्ज स्केल पर चल रहा था मगर अब इनका पर्दाफाश हो चुका है। पुलिस के फैक्ट्री पहुँचने पर वहां 2 लोग मौजूद थे, धर्मेंद्र और विकास, वे दोनों फ़िलहाल पुलिस की ज़प्त में हैं। वे दोनों ही मोतिहारी के रहने वाले हैं। इनके साथी कुछ तो असालतपुर फरुखनगर से, व कुछ टीला मोड़ के रहने वाले हैं , इस्तकार व जमशेद।
आरोपी धर्मेंद्र और विकास ने ये बताया कि यह पटाखे दिवाली और दशहरा पर खूब खपत के साथ ही बिका करते हैं, जिसके कारण यह लोग महीनों पहले ही पटाखों का प्रोडक्शन चालू कर देते हैं। बने हुए पटाखों की सेल वह एनसीआर क्षेत्रों में किया करते हैं और वहां खूब अच्छे से इनकी कमाई हो पाती है। एएसपी रवि कुमार का कहना है कि पकड़े गए सामान में पोटेशियम, बम, बारूद, गंधक और अनार आदि भी पाए गए हैं। इसी के साथ पटाखे बनाने की मशीन भी जब्त की गई है।
छापामार कार्रवाई की योजना
भूत आयोजनों, जैसे लोनी के रूपनगर में ऐसे ही पटाके बनाने वाली फैक्ट्री में काम के चलते हुए अचानक धमाका हुआ और उस धमाके में 4 लोगों ने अपनी जान गँवा दी। इतने सब आयोजनों के बाद ग़ाज़ियाबाद पुलिस अब बिना किसी जोखिम के रहना चाहती है। इसके परिणामपूर्वक ये फैसला लिया गया है कि अब कोई भी गैरकानूनी तरीके से पटाखों का उत्पादन नहीं कर सकता, और नियमों के खिलाफ जाने पर कार्रवाई करने के पश्चात फैक्ट्री या घरों , जहाँ भी पटाखे बन रहे होंगे, वहां छापा मार दिया जाएगा।
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