नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नवनियुक्त भर्तियों को 70,000 से अधिक नियुक्ति पत्र वितरित किए। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “आजादी का अमृत महोत्सव’ के दौरान, जब देश विकास के पथ पर काम कर रहा है, सरकारी कर्मचारी के रूप में काम करने का अवसर मिलना बहुत सम्मान की बात है। इस देश के लोगों ने भारत को एक विकसित देश बनाने का संकल्प लिया है।”
पीएम मोदी ने कहा, “आज हर विशेषज्ञ कह रहा है कि कुछ वर्षों में भारत दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में होगा। इसका मतलब है कि रोजगार के अवसर और नागरिक की प्रति व्यक्ति आय बढ़ेगी।” उन्होंने कहा कि अगले 25 साल भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनके शासन के दौरान बैंकिंग क्षेत्र में भारी तबाही देखी गई।
रोज़गार मेला देश भर में 44 स्थानों पर आयोजित किया गया। इस पहल का समर्थन करने वाले केंद्र सरकार के विभागों के साथ-साथ राज्य सरकारों और केंद्रशासित प्रदेशों में भर्तियाँ हो रही हैं।
इस रोजगार मेले का उदेश्य देश भर से चुने गए नए सरकारी कर्मचारियों को नियुक्ति पात्र प्रदान करना था। देश और राज्य सरकार के विभागों जैसे राजस्व विभाग, वित्तीय सेवा विभाग, डाक विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग, केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, जल संसाधन विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, रक्षा मंत्रालय, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग और गृह मंत्रालय सहित विभिन्न मंत्रालयों/विभागों में ये नए भर्ती वाले युवक युवतियां कार्यरत रहेंगे।
पीएमओ के एक बयान में शुक्रवार को कहा गया, “रोज़गार मेला आगे रोजगार सृजन में उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा और युवाओं को उनके सशक्तिकरण और राष्ट्रीय विकास में भागीदारी के लिए सार्थक अवसर प्रदान करेगा।” प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल 22 अक्टूबर को ‘रोज़गार मेला’ के पहले चरण की शुरुआत की थी, जिससे 10 लाख सरकारी नौकरियां प्रदान करने के अभियान की शुरुआत हुई थी।