बीजिंग। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के अध्यक्ष थॉमस बाच द्वारा शीतकालीन ओलंपिक खेलों की मेजबानी चीन को दिए जाने की घोषणा के बाद यहां जश्न का माहौल है। मलेशिया की राजधानी क्वालालंपुर में शुक्रवार को यह घोषणा की गई कि 2022 शीतकालीन आलंपिक खेलों की मेजबानी की दावेदारी बीजिंग ने जीत ली है। (beijing 2022 winter olympics) इसके साथ ही बीजिंग विश्व का पहला शहर बन गया है, जिसे ग्रीष्मकालीन एवं शीतकालीन दोनों ओलंपिक खेलों की मेजबानी का मौका मिला है।
शीतकालीन ओलंपिक के मेजबान देश की घोषणा से ठीक पहले चीन में शीतकालीन प्रतियोगी खेलों के प्रभारी रेन होंगुओ की नजरें अपने कार्यालय में टेलीविजन पर टिकी थीं और वह सांस रोके बाच के मुंह से मेजबानी जीतने वाले देश का नाम सुनने का इंतजार कर रहे थे।
बाच के मुंह से चीन का नाम सुनते ही रेन अपनी कुर्सी से उछल पड़े और खुशी से चिल्लाते हुए वहां मौजूद सहकर्मियों को गले लगा लिया। उन्होंने कांपती हुई आवाज में कहा, “मैं खुद पर काबू नहीं रख पा रहा हूं। मेरे अंदर की खुशी और उत्साह नियंत्रण से बाहर हो रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि आईओसी का निर्णय चीन के लिए बेहद महत्व रखता है। उन्होंने कहा, “यह 30 करोड़ लोगों के बारे में है, जिनको 2022 शीतकालीन ओलंपिक खेलों के आयोजन से फायदा पहुंचने वाला है। इससे हमें शीतकालीन खेलों को बढ़ावा देने का सुनहरा अवसर मिला है।”
चीन के शॉर्ट-ट्रैक स्केटिंग टीम की कोच ली यान ने भी रेन के साथ खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा, “घोषणा से पहले मैं घबराई हुई थी। मैं कल्पना के घोड़े दौड़ा रही थी कि यदि बीजिंग यह दावेदारी जीतता है, तो क्या होगा। जब मैंने घोषणा सुनी तो खुद को शांत रखने की कोशिश की थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मैं खुशी के मारे उछल पड़ी। हम सब बेहद उत्साहित हैं।”
चीनी मुक्के बाज कीउ शुजुन भी घोषणा के बाद से खुशी से भावविभोर हैं। उन्होंने कहा, “यह बेहद खास मौका है और मैं इसका हिस्सा बनकर बेहद गर्व महसूस कर रहा हूं। मुझे पहले से यह आभास था कि मेजबानी बीजिंग को ही मिलेगी। बीजिंग को ओलंपिक खेलों की मेजबानी का अनुभव है, इसका हमें फायदा पहुंचा।”
You must be logged in to post a comment Login